वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- हरियाणा में सूरजमुखी पर MSP को लेकर भाजपा-जजपा सरकार और किसान संगठन आमने-सामने हो गए हैं। कुरुक्षेत्र में किसानों ने कल सोमवार दोपहर 2 बजे से जम्मू-दिल्ली नेशनल हाईवे जाम कर रखा है। किसानों ने हाईवे पर ही रात भी गुजारी। अब संयुक्त किसान मोर्चा का हरियाणा सरकार को सुबह 10 बजे के अल्टीमेटम का टाइम खत्म हो गया है। किसानों ने कहा- सूरजमुखी पर MSP की घोषणा की जाए और किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी को रिहा करें। राकेश टिकैत ने कहा कि अब SKM के नेता बैठकर आगे का फैसला लेंगे।
सरकार ने कहा-” हरियाणा में 38,414 एकड़ में सूरजमुखी की फसल है। 8,528 किसानों को भावांतर योजना में प्रति क्विंटल 1000 रुपए अंतरिम राहत राशि दी जाती है। अब तक 29.13 करोड़ की राशि दे चुके हैं। हरियाणा में मार्केट रेट 4,900 और 1000 रुपए सरकार की तरफ से, यानी सूरजमुखी का प्रति क्विंटल रेट 5,900 रुपए मिलता है। उसके उलट कर्नाटक में 4,077, पंजाब में 4 हजार, तमिलनाडु में 3,550, महाराष्ट्र में ,और गुजरात में 3,975 प्रति क्विंटल रेट है। सरकार ने इसे सूरजमुखी की बिक्री की सच्चाई करार दिया है।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में किसानों और सरकार में बातचीत विफल होने के बाद उन्होंने जम्मू-दिल्ली नेशनल हाईवे-44 पर पिपली के पास जाम लगा दिया है। किसान फ्लाईओवर और सर्विस रोड बंद कर लाठियां लेकर हाईवे पर बैठ गए हैं। हाईवे के ऊपर ट्रैक्टर खड़े कर दिए गए हैं। पुलिस ने जाम के चलते वाहनों के रूट डायवर्ट किए हैं.
TEAM VOICE OF PANIPAT