वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्या):- बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ साइबर अटैक्स और उससे जुड़े खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं..ऐसे में साइबर क्रिमिनल ने भी नए-नए तरीके आजमाएं है.. बता दें कि आज कल कई ऐसे स्कैम है, जो लोगों को मैसेज के माध्यम से ठगने की कोशिश करते हैं.. इसकी चपेट में वॉट्सऐप यूजर्स भी आ गए है.. जैसा कि हम जानते हैं कि वॉट्सऐप भारत और दुनिया भर में लाखों लोगों द्वारा सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले ऐप्स में से एक है..मगर इसकी लोकप्रियता के कारण ही स्कैमर्स इसे लोगों को ठगने के जरिया बना रहे हैं.. इसमें स्कैमर्स यूजर्स की जरूरी जानकारी हासिल करने, कॉल फॉरवर्डिंग शुरू करने या वॉट्सऐप अकाउंट को एक्सेस करने के लिए पीड़ितों को बरगलाने की कोशिश करते हैं.. मगर हम आपको बताना चाहते हैं कि आप अपने वॉट्सऐप अकाउंट को इन स्कैमर्स से कैसे सुरक्षित रखें..
कैसे ठगते हैं स्कैमर्स:- स्कैमर्स के लिए वॉट्सऐप एक आसान तरीका है, जो उन्हें बहुत से लोगों तक एक्सेस मिलता है। इसमें स्कैमर्स वाट्सऐप यूजर्स को ऑफर देते हैं, कभी-कभी इतना विश्वास जागा लेते हैं कि लोग उनके झांसे में आ जाते हैं। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
रेलवे, गर्वमेंट प्लान का गिव-अवे फ्री लिंक:- अक्सर हमको ऐसे वॉट्सऐप फॉरवर्ड मिलते हैं, जिसमें नए iPhone 15 देन् का वादा किया गया है.. इस तरह के के मेल को आपको इस मैसेज को 5 लोगों के साथ साझा करने को कहा जाता है.. इसमें आपके इमेल आईडी और पासवर्ड के बारे में पूछा जाता है। इससे स्कैमर्स आपके ईमेल आईडी और पासवर्ड चुराने के लिए इस्तेमाल करते है.. इसलिए इस तरह के लिंक पर कभी भरोसा न करें, जो आपका व्यक्तिगत डेटा मांगते हैं..
ऐप डाउनलोड करते समय ध्यान:- स्कैमर्स अब और एडवांस तरीके इस्तेमाल करने लगें हैं.. ऐसे में स्कैमर्स बैंक के एप्लिकेशन APK बनाते हैं और उन्हें अपने ऐसे कोड से जोड़ देते हैं, जो आपके सिस्टम को प्रभावित करते हैं.. कभी-कभी वे आपसे बैंकिंग एजेंट के रूप में बात करते हैं और फेक फिशिंग वेबसाइट्स से आपसे संपर्क करते हैं और एक ऐप इंस्टॉल करने के लिए कहते हैं.. हम अक्सर इस तरह के झांसे में आ कर इन ऐप्स को इंस्टॉल कर लेते हैं। ऐसे में जरुरी है कि कोई भी ऐप डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर का इस्तेमाल करें..
रैंडम लिंक पर न करें क्लिक:– हैकर्स और साइबर क्रिमिनल अक्सर इस तरीके का इस्तेमाल करते है। वे यूजर्स को ऐसी लिंक भेजना है जिसपर क्लिक करते हैं उनका डिवाइस स्कैमर्स के कंट्रोल में आ जाता है.. सीधे शब्दों में कहे तो जैसे ही यूजर लिंक पर क्लिक करता है, तो यह उन्हें फिशिंग वेबसाइट पर ले जा सकता है या स्कैमर्स के नियंत्रण में पहुंचा सकता है..
इंटरनेशनल नंबरों से आती है कॉल:- बीच में ये घटनाएं काफी चर्चा में थी, जब लोगों को वॉट्सऐप पर इंटरनेशनल नंबर से कॉल आते थे। ये कॉल फेक होती थी और यूजर्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।अगर आपको ऐसे कॉल आती हैं तुरंत इसको रिपोर्ट करके ब्लॉक कर दें..
TEAM VOICE OF PANIPAT