वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- नागरिक अस्पताल में 15 से 18 वर्ष के छात्रों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगनी शुरू हो चुकी है। बिना मास्क और बिना वैक्सीनेशन प्रमाणीकरण सरकारी कार्यालयों में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। नतीजतन नागरिक अस्पताल में दूसरी डोज लगवाने वालों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं। लाइनें सिर्फ नागरिक अस्पताल ही नहीं बल्कि तहसील कार्यालय में भी हैं। सरकारी कार्यालय में लगी ये कतारें शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां उड़ाने के साथ-साथ कोरोना वायरस के खतरे को भी बढ़ा रही हैं।
बीते दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 15 से 18 वर्ष के स्कूली छात्रों को कोरोनारोधी दवा की पहली डोज लगाई गई। बच्चों को सिर्फ को-वैक्सीन दी जा रही है। पहली डोज के 28 दिन बाद बच्चों को दूसरी डोज लगाई जाएगी। वैक्सीनेशन को लेकर छात्रों में खासा उत्साह दिखाई दिया। टीकाकरण के लिए छात्र कतारों में खड़े नजर आए, लेकिन इनके बीच शारीरिक दूरी का नियम नदारद था। हालांकि अस्पताल में बिना मास्क किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं करने दिया गया।
नागरिक अस्पताल में 15 से 18 वर्ष के छात्रों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगनी शुरू हो चुकी है। बिना मास्क और बिना वैक्सीनेशन प्रमाणीकरण सरकारी कार्यालयों में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। नतीजतन नागरिक अस्पताल में दूसरी डोज लगवाने वालों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं। 15 से 18 वर्ष के स्कूली छात्रों को कोरोनारोधी दवा की पहली डोज लगाई गई। बच्चों को सिर्फ को-वैक्सीन दी जा रही है। पहली डोज के 28 दिन बाद बच्चों को दूसरी डोज लगाई जाएगी। वैक्सीनेशन को लेकर छात्रों में खासा उत्साह दिखाई दिया।
TEAM VOICE OF PANIPAT