वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- चीन ने अरुणाचल प्रदेश के तीन वुशु खिलाड़ियों के 19वें एशियन गेम्स में हिस्सा लेने के लिए देश में प्रवेश करने पर रोक लगा दी है। भारत ने चीन के इस कदम का विरोध किया। भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा- चीन के भारतीयों नागरिकों के प्रति भेदभावपूर्ण व्यवहार को हम खारिज करते हैं। चीन की कार्रवाई एशियन गेम्स की भावना, इवेंट के नियमों का उल्लंघन है। उधर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपना चीन का दौरा रद्द कर दिया है।आपको बता दे कि चीन ने जिन खिलाड़ियों के देश में प्रवेश करने पर रोक लगाई है, उनके नाम न्येमान वांग्सू, ओनिलु तेगा और मेपुंग लाम्गु है। जिन्हें चीन के शहर हांगझोऊ में हो रहे एशियन गेम्स में हिस्सा लेने के लिए जाना थाएशियन गेम्स 2023 की इवेंट कमेटी ने खेल में भाग लेने के लिए मंजूरी दे दी थी। लेकिन दो एथलीट अपने एक्रीडेशन कार्ड डाउनलोड नहीं कर पाए, जो चीन में एंट्री के लिए वीजा के रूप में काम करता। तीसरे एथलीट को एक्रीडेशन कार्ड मिल गया था। बाद में चीन की ओर से उसे बताया गया कि वह हांगकांग से आगे यात्रा करने की अनुमति नहीं है।
ये सभी भारतीय खिलाड़ी अरुणाचल प्रदेश के रहने हैं। उनमें से एक को एक्रिडिटेशन (मान्यता) मिल गयी थी और दो उसी का इंतजार कर रहे थे, लेकिन जब टीम बुधवार को चीन के लिए रवाना हुई तो उन्हें विमान में चढ़ने की अनुमति नहीं दी गई क्योंकि बोर्डिंग के लिए कोई उचित मंजूरी नहीं थी। इसके बाद इन सभी खिलाड़ियों को दिल्ली में मौजूद जेएलएन स्टेडियम में स्थित SAI हॉस्टल में वापस लाया गया। चीन में वुशू टीम के एक शीर्ष सूत्र ने आजतक को बताया कि हमने इस मामले को एशियाई खेलों की आयोजन समिति और ओसीए (ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया) के साथ भी उठाया है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही मामला सुलझ जाएगा। एशियन गेम में वुशू इवेंट 24 सितंबर से शुरू हो रहा है। तीनों खिलाड़ियों को 24 सितंबर तक हांगझोऊ में रहना था, लेकिन वीजा में देरी होने की वजह से उन्हें एशियन गेम्स से बाहर होना पड़ा। वुशू टीम के बाकी प्लेयर चीन के लिए रवाना हो गए हैं।
बीजिंग ने शुक्रवार को तीन भारतीय एथलीटों को प्रवेश देने से इनकार करने के अपने फैसले को उचित ठहराया है। चीन का कहना है कि इन खिलाड़ियों के पास वैध दस्तावेज नहीं थे। हालांकि, माना जा रहा है कि अरुणाचल प्रदेश से होने की वजह से चीन ने इन खिलाड़ियों को एंट्री देने से मना किया है, क्योंकि चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत का हिस्सा बताते हुए अपना दावा करता है।चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि चीन वैध दस्तावेजों के साथ एशियाई खेलों में भाग लेने के लिए सभी एथलीटों का स्वागत करता है। चीन आपके द्वारा बताए गए तथाकथित अरुणाचल प्रदेश प्रांत को मान्यता नहीं देता है। दक्षिणी तिब्बती क्षेत्र चीन का हिस्सा है।
TEAM VOICE OF PANIPAT