अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश तरुण सिंघल की कोर्ट ने हत्यारे पति को उम्रकैद की कठोर सजा सुनाई है। पति ने पत्नी की चाकू गोदकर हत्या कर दी थी। इस मर्डर को हादसा का रूप देने की कोशिश की थी। मामला अगस्त-2017 का है।गांव हड़ताड़ी के पास दो नहरों के बीच महिला का रक्तरंजित शव झाडिय़ों में मिला था। मृतक समालखा के गांव हथवाला की निवासी थी। गांव हथवाला वासी महावीर ने समालखा थाना में शिकायत दी थी कि बड़ी बेटी अनेखा का विवाह 28 जून, 2017 को सोनू से किया था। सात अगस्त, 2017 को सोनू ससुराल आया और पुत्री अनेखा को लेकर चला गया। इसके बाद हादसे की सूचना आई।
प्री-प्लान मर्डर का दुर्लभ मामला
कोर्ट ने दोषी को सजा सुनाते हुए टिप्पणी में कहा कि यह प्री-प्लान का दुर्लभ मामला है। अनेखा की शादी को मात्र सवा माह ही हुआ था। दोषी घर से ही पत्नी की हत्या की साजिश बनाकर चला था।
पुलिस ने अनेखा के शव को झाड़ी से उठवाकर एंबुलेंस में डाला, तभी दूसरी झाड़ी में लेटा सोनू कराहने लगा था। पुलिस ने जांच की तो लूटपाट की वारदात नहीं होनी पाई गई। सिविल अस्पताल के चिकित्सक ने भी मेडिकल करते हुए बताया कि सोनू ने चोट के निशान खुद बनाए हैं। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो हत्या कुबूल करते हुए,वारदात में इस्तेमाल चाकू भी झाड़ी से बरामद करवा दिया था। सोनू जींद के बोहतवाला की एक हैचरी में सुपरवाइजर था, पिता ईश्वर ट्रैक्टर चलाता था। हैचरी से सब्जी काटने वाला चाकू लिया। अनेखा को ससुराल से बाइक से लेकर बहन के घर किशनपुरा जाने के लिए कहकर चला था। बहन के घर जाने की बजाय नहर पर गया। पेशाब करने का बहाना बनाकर बाइक से उतरा। अनेखा झुककर पालीथिन संभालने लगी, तभी चाकू से उसकी गर्दन पर दो वार कर दिए। वह तड़पती रही और भागने का प्रयास करने लगी तो उसके दायें पैर में चाकू से हमला किया। अनेखा वहीं ढेर हो गई। फिर उसे झाडिय़ों में फेंक दिया था।
लूट का किया था ड्रामा
अनेखा की हत्या के बाद सोनू ने चाकू से अपने हाथ पर चाकू के निशान बनाए। चाकू को झाड़ी में छिपाकर बड़ी बहन मंजू को फोन कर कहा कि उसकी बाइक किसी वाहन से टकरा गई है। हादसे के बाद किसी ने उसके साथ लूटपाट कर ली है। अनेखा की हालत नाजुक है।
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