वायस ऑफ पानपीत (शालू मौर्या):- देश की राजधानी दिल्ली और पड़ोसी राज्य व दिल्ली एनसीआर के जिले इन दिनों प्रदूषण की भारी समस्या से जूझ रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार व प्रशासन अपने स्तर पर सख्त कदम उठा रहे हैं। इसी बीच पानीपत प्रशासन ने एक और कड़ा कदम उठाया है। डीसी वीरेंद्र दहिया ने कहा कि ग्रेप फोर की पाबंदियों का उल्लंघन करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छ हवा हर जंगली जानवर के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। हम सभी को जिले के वायु गुणवत्ता सूचकांक स्तर को सुधारने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए संबंधित विभाग हर संभव कदम उठाए।

डीसी डॉक्टर वीरेंद्र कुमार दहिया ने अधिकारियों को ग्रेप चार की पाबंदियों को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शुद्ध हवा हर वन्य जीव प्राणी के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। हमारा सभी का प्रयास होना चाहिए कि जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स लेवल में सुधार हो। इसके लिए संबंधित विभाग सभी संभावित कदम उठाएं।
डीसी ने कहा कि सभी प्रकार निर्माण व तोड़ फोड़ की कार्यवाही बंद कर दी गई है। कूड़ा करकट जलाने पर पाबंदी है। कोयले वाले तंदूर भी नहीं चला सकते। उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसा कार्य जिससे धूल व धुआं उत्पन्न हो वह पाबंदी की श्रेणी में है। डीआरओ पानीपत को इसका नोडल बनाया गया है, किसी प्रकार की शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 0180- 2653850 पर सुचना दे इसके अतिरिक्त शिकायत 311 एप व समीर एप भी कर सकते हैं।जिलाभर में करेगी फ्लाइंग टीमें निगरानी
डीसी ने कहा कि ग्रेप चार की पाबंदियों को पूर्ण रूप से प्रभावी बनाने के लिए निरंतर निगरानी की जा रही है। इसके लिए विभागीय स्तर पर फ्लाइंग टीमें गठित की गई हैं। इसके अतिरिक्त संबंधित एसडीएम अपने अपने क्षेत्र में निगरानी रखें है। सभी टीमें प्रतिदिन निगरानी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी। उन्होंने कहा कि पानी का छिडक़ाव कितने एरिया में किया गया। ठोस कचरा प्रबंधन के तहत आगजनी, निर्माण कार्य व अन्य ऐसे कार्य जिनकी वजह से धुल व धुआं वायुमंडल को प्रदूषित करता है। ऐसे कार्य में संलिप्त के खिलाफ नियमानुसार चालान करें।
TEAM VOICE OF PANIPAT