वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह):- SP अजीत सिंह शेखावत के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए सीआईए वन पुलिस टीम ने लूट, डकैती व अपहरण कर फिरौती मांगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर सरगना सहित 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया। प्रारंम्भिक पूछताछ में आरोपियों से पानीपत की 3 वारदातों का खुलासा हुआ। उक्त वारदातों बारे थाना चांदनी बाग व थाना औद्योगिक सेक्टर-29 में अभियोग दर्ज है।
सीआईए वन प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक ने सीआईए वन स्टाफ में प्रेसवार्ता कर प्रकरण की जानकारी देते हुए बताया कि उनकी टीम देर शाम गश्त के दौरान गुप्त सूचना मिली थी कि चौटाला रोड पर बरेजा कार में सात युवक किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में स्टेडियम के पास खड़े है। टीम ने मौके पर दबिश देकर कार सवार 7 युवकों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में युवकों ने अपनी पहचान प्रवीन निवासी सिवाह, प्रमोद निवासी पसीना कला, संदीप निवासी अहर, दीपक निवासी घिलोड़ कला रोहतक, सोनू निवासी मनाना, विशाल निवासी शहर मालपुर व विकास निवासी मतलौडा के रूप में बताई। गहनता से पूछताछ करने पर आरोपियों ने 26 फरवरी की सुबह हनुमान चौक के नजदीक सब्जी मंडी के आढ़ती का अपहरण कर 2 करोड़ रूपये फिरोती मांगने की वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। उक्त वारदात बारे थाना चांदनी बाग में आढ़ती ललित निवासी सेक्टर 25 की शिकायत पर अभियोग दर्ज है।
थाना चांदनी बाग पुलिस को दी शिकायत में ललित अरोडा ने बताया था कि वह सब्जी मंडी में आढत का काम करता है। 26 फरवरी की सुबह 4 बजे वह घर से स्कूटी पर सवार होकर मंडी में दुकान पर जा रहा था। हनुमान चौक के पास पहुंचने पर पीछे एक करेटा कार चालक ने साइड मारी। उसने कार चालक को टोका तो तभी कार से दो युवक नीचे उतरे और उसको हथियार के बल पर जबरदस्ती कार में डाल लिया और सिर पर पहने टोपे को नीचे करके टेप लगा दी। कार में दो युवक और बैठे थे। कार में थोड़ी देर घुमाने के बाद आरोपी उसको एक कमरे पर ले गए और 2 करोड़ रूपये की फिरोती मांगने के साथ जान से मारने की धमकी दी। आरोपी करीब 1 घंटे बाद उसको जीटी रोड पर टीवीएस एजेंसी के पास छोड़कर फरार हो गए। ललित की शिकायत पर थाना चांदनी बाग में मुकदमा दर्ज कर पुलिस आरोपियों की पहचान व धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ सभी आरोपियों ने करीब 20 दिन रेकी करने के बाद वारदात को अंजाम दिया।
*गिरोह के 2 आरोपी डाहर गोल चक्कर से गिरफ्तार*
इंस्पेक्टर दीपक ने बताया कि सीआईए वन पुलिस टीम ने उक्त गिरोह के दो सदस्यों गुलबहार उर्फ गुलाब निवासी हथवाला व अजय निवासी मनाना को डाहर गोल चक्कर के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने उपरोक्त आरोपियों में से आरोपी प्रवीन, प्रमोद व सोनू के साथ मिलकर 1 जनवरी को देर शाम सनौली रोड पर अंडा विक्रेता की दुकान व उपर बने मकान में घुसकर हथियार के बल पर दंपति को बंधक बनाकर 23 हजार रूपये, 1 सोने की अंगुठी व 3 चांदी की अंगुठी लूटने की वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। उक्त वारदात बारे थाना चांदनी बाग में प्रमोद पुत्र रामचंद्र निवासी सनौली रोड की शिकायत पर मुकदमा दर्ज है।
*दो आरोपियों ने दिवाना रेलवे स्टेशन के पास लूट करने बारे स्वीकारा*
इंस्पेक्टर दीपक ने बताया कि पूछताछ में उक्त वारदात के अतिरिक्त आरोपी प्रवीन व प्रमोद ने अपने एक अन्य साथी आरोपी के साथ मिलकर 20 दिसम्बर 2023 की सुबह दिवाना रेलवे स्टेशन के पास एक युवक को बंधक बनाकर मारपीट कर 1200 रूपये लूटने की वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। वारदात बारे थाना औद्योगिक सेक्टर 29 में रामनिवास पुत्र नफे सिंह निवासी दिवाना की शिकायत पर मुकदमा दर्ज है। इंस्पेक्टर दीपक ने बताया कि पूछताछ में खुलासा हुआ गिरोह का सरगना आरोपी प्रवीन है। प्रवीन ने गांव सिवाह के पास गोहाना बाइपास पर अपनी जमीन पर प्रमोद के साथ पार्टनर सिर में ढाबा खोल रखा है। सभी आरोपियों की ढाबे पर ही एक दूसरे से जान पहचान हुई।
पूछताछ में खुलासा हुआ आरोपियों ने आढ़ती का अपहरण व फिरोती मांगने के लिए वारदात को अंजाम देने से करीब 1 सप्ताह पहले अंसल में एक फ्लेट किराये पर लिया। 26 फरवरी को आढ़ती का अपहरण कर उसे फ्लेट पर ले गए। जहा आढ़ती को धमकी देकर 2 करोड़ की फिरोती मांगी और एक घंटे बाद आढ़ती को जीटी रोड पर टीवीएस की एजेंसी के पास छोड़कर फरार हो गए।
*आरोपी प्रवीन को पहले भी आपराधिक रिकार्ड रहा*
आरोपी प्रवीन को पहले भी आपराधिक रिकार्ड होना पाया गया है। आरोपी के खिलाफ चोरी व आर्म्स एक्ट के करीब 15 मामले दर्ज है। आरोपी ने वर्ष 2008 में अपने अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर सोनीपत में पंजाब नैशनल बैंक से 10 लाख रूपये लूटने की वारदात को अंजाम दिया था। इसके अतिरिक्त वर्ष 2008 में समालखा में सुरंग खोदकर बैंक में चोरी का प्रयास किया था। आरोपी उक्त वारदात को अंजाम देने में सफल नही हो पाया था। उक्त मामलों में 6 साल जेल में रहने के बाद आरोपी प्रवीन वर्ष 2014 में जेल से बेल पर बाहर आया था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त कार बरामद कर पूछताछ के बाद सभी आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया जहा से आरोपी विकास, संदीप, विशाल, सोनू व दीपक को न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया व आरोपी प्रवीन, प्रमोद, अजय व गुलबहार को 1 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया।
TEAM VOICE OF PANIPAT