वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- कृषि विभाग न अब पराली जलाने वालों पर शिकंजा कस लिया है। वहीं ऑफधान के सीजन के दौरान डेढ़ माह में जिले में 383 किसानों ने अपने खेतों में फाने जलाएं हैं। जिसके बाद कृषि विभाग ने करीब पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। हालांकि इस बार यह मामले पिछले वर्ष की अपेक्षा कम है। बता दें कि पिछले वर्ष पूरे सीजन के दौरान 2803 मामले सामने आए थे। इस बार भी अभी तक कुल 585 जगहों पर सैटेलाइट के माध्यम से जानकारी हासिल की गई। जिसमें से 202 मामले फर्जी मिले हैं। जबकि 383 मामले सही पाए गए हैं। कृषि विभाग द्वारा फाने जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए 265 टीमों का गठन किया गया है। जो फाने में आग लगाने की घटनाओं के बाद इसकी सच्चाई को लेकर जानकारी जुटाते हैं। इसके लिए पहले कृषि विभाग तो उसके बाद संबंधित क्षेत्र के पटवारी द्वारा जानकारी प्राप्त की जाती है। पटवारी द्वारा संबंधित खेत के किसान को फाने में आग लगाने को लेकर जानकारी दी जाती।
जिला प्रशासन के आदेशों के तहत कृषि विभाग द्वारा पूरे जिले में 265 टीमें बनाई गई हैं। एक टीम में कुल तीन सदस्या शामिल होते हैं। जिसके तहत इन सभी 265 टीमों में कुल 795 सदस्य शामिल हैं। इसमें 100 के करीब पटवारी शामिल हैं। बता दें कि इस बार खेतों में धान की फसल कटाई के बाद फानों में आग लगाने के मामलों में काफी कमी आई है। इसको लेकर विभाग द्वारा किसानों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है। जिससे किसान आने खेतों में फानों में आग न लगाएं।
जिले में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार फाने जलाने के मामलों में कमी आई है। इस बार डेढ़ महीने के अंदर महज 383 मामले ही सामने आए हैं। विभाग द्वारा फाने जलाने के मामले को रोकने के लिए कुल 265 टीमों का गठन किया गया है, जो पूरी शिद्दत से कार्य कर रहे है। खेतों में फाने जलाने के मामलों में कुल चार लाख 65 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
TEAM VOICE OF PANIPAT