वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह):- हरियाणा में परिवहन विभाग ने अब रोडवेज में कार्यरत अपने अधिकारियों व कर्मचारियों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है.. रोडवेज कर्मचारी और अधिकारी अपने रिटायरमेंट पर कोई गिफ्ट नहीं ले सकेगा.. यदि लेगा तो उसके खिलाफ एफआईआर और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत विभागीय कार्रवाई की जाएगी.. संबंधित अधिकारी और कर्मचारी के लाभ भी रोके जाएंगे..
हरियाणा परिवहन विभाग ने राज्य के सभी डिपो को आदेश जारी किए हैं और उनसे 1 जनवरी 2022 से लेकर 31 अगस्त 2023 तक के रिटायर अधिकारियों व कर्मचारियों की डिटेल मांगी है.. साथ ही उन्हें गिफ्ट देने के सबूत भी मांगे हैं, ताकि उन पर कार्रवाई की जा सके..
रोडवेज विभाग के पास कुछ महीने पहले सूचनाएं मिली कि रोडवेज के कर्मचारी नेताओं ने रिटायरमेंट के दौरान महंगी गाड़ियां गिफ्ट में ली.. रोडवेज के तीन प्रभावशाली नेताओं को गाड़ियां मिली.. एक नेता को क्रेटा गाड़ी, दूसरे को स्कॉर्पियों और तीसरे को इनोवा मिली। वहीं एक जिले के जीएम की रिटायरमेंट पर उसे कर्मचारियों ने गाड़ी भेंट की..

जबकि 31 अगस्त को रिटायर होने वाले एक अन्य GM को भी गाड़ी देने के लिए रोडवेज कर्मचारी पैसा इक्ट्ठा कर रहे थे.. इसकी जानकारी रोडवेज निदेशालय को मिली तो संबंधित GM का तबादला करके उसे मुख्यालय अटैच कर दिया गया.. परिवहन विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी के आदेश अनुसार ऐसे गिफ्ट भ्रष्टाचार की श्रेणी में आते हैं.. साथ ही ये सर्विस रुल का उल्लंघन है। इसलिए यदि किसी डिपो में कर्मचारी की सेवानिवृति पर गिफ्ट मिलता है तो इसके लिए GM उत्तरदायी होंगे.. सभी डिपो के GM अगले सात दिनों में ऐसे गिफ्ट की जानकारी स्टेट ट्रांसपोर्ट के डायरेक्टर और चीफ विजिलेंस ऑफिसर को देंगे.. साथ ही रोडवेज GM, वर्कस मैनेजर और ट्रेफिक मैनेजर तीनों ऐसे केसों की जांच करेंगेसोशल मीडिया, अखबारों में फोटोग्राफ क्लेक्ट करेंगे और यदि कार गिफ्ट की गई है तो उसकी कार एजेंसी से इनवाइस बिल, पैन नंबर जैसी जानकारी भी जुटाएंगे..
TEAM VOICE OF PANIPAT