वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- मामला हरियाणा के पानीपत शहर के तहसील कैंप का है। जहां पर एक युवक ने घर पर ही फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक को फंदे से लटका देख बेटी चिल्लाई और मां को सूचना दी। इसके बाद परिजनों ने मामले के बारे में पुलिस को बताया। पुलिस की मौजूदगी में शव को फंदे से नीचे उतारा गया और सिविल अस्पताल ले जाया गया। परिजनों के बयानों के आधार पर तहसील कैंप थाना पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174ए के तहत कार्रवाई की।
मामले की जानकारी देते हुए मुख्यतार सिंह ने बताया कि उसका दामाद शेरसिंह उर्फ शेरु 29 वर्षीय तहसील कैंप का रहने वाला था। उसकी आजीविका का साधन किराये पर दिए गए उसके मकानों से मिलने वाला पैसा था। उसकी पांच साल और तीन साल उम्र की दो बेटियों का पिता था। शेरसिंह शराब, सिगरेट आदि का खूब नशा करता था। दो माह पहले उसने अमृत चख कर नशा छोड़ने का फैसला लिया। इसके बाद उसकी नशे की पुरानी लत उसे खूब परेशान करने लगी। वह हर वक्त मानसिक रुप से परेशान रहने लगा।
बताया जा रहा है कि उसे नशा करने की बहुत ज्यादा इच्छा होती थी। मगर तमाम कारणों के चलते वह नशा नहीं कर पा रहा था। वह सुबह से शाम तक घर से गायब रहता था। वह सुबह लेट उठता था और रात को घर लेट आता था। वहीं बीती रात करीब साढ़े 11 बजे शेरसिंह घर आया और सीधे अपने कमरे में चला गया। घर के एक कमरे में पत्नी हरजीत कौर दोनों बेटियों के साथ लेटी हुई थी। शेरसिंह अपने कमरे में चला गया।
वहीं जब सुबह उसकी बेटी उठी तो वह पापा से मिलने उसके कमरे में चली गई। कमरे का दरवाजा बिना कुंडी लगाए बंद था। जैसे ही बेटी ने दरवाजा खोला तो उसने पापा को पंखे पर लटका देखा और चिल्लाने लगी। मौके पर पत्नी भी पहुंची और यह मंजर देख उसके भी पांव तले की जमीन खिसक गई। ससुर मुख्यतार सिंह ने बताया कि उनकी छोटी बेटी की शादी 17 दिन बाद यानि 24 जनवरी को है। जिसकी तैयारियों के लिए भी शेरसिंह को कहना पड़ रहा था। काफी कहने सुनने के बाद गुरुवार को ही शेरसिंह ने अपना पैंट-कोट ड्राइक्लीन के लिए दिया था। घर पर खुशियों का माहौल था, जो एकदम गमगीन हो गया। मुख्यतार सिंह के मुताबिक शेरसिंह गोद लिया हुआ था। उसके मां-बाप, भाई-बहन कोई भी नहीं है। परिजनों के बयानों के आधार पर तहसील कैंप थाना पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174ए के तहत कार्रवाई की।
TEAM VOICE OF PANIPAT