वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में डॉक्टरों की लापरवाही का चौकाने वाला मामला सामने आया है। सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को निजी और सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद उसे मोर्चरी में रख दिया गया। वही पत्नी ने रोते हुए पति की छाती पर हाथ रखा तो उसे दिल की धड़कन महसूस हुई।
वही पंचनामा के लिए चौकी प्रभारी भी वहां पहुंचे थे। उन्हें भी यह पूरा अहसास हुआ कि मरीज जीवित है। इस पर परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा करना शुरू कर दिया। जिसके बाद पूरे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। महिला के पति को फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद उनका दोबारा इलाज शुरू किया गया। शख्स की गंभीर हालत को देखते हुए उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। वही घटना में डॉक्टर की लापरवाही सामने आने के बाद पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गयी है।
जानकारी के मुताबिक श्रीकेश गौतम गुरुवार की शाम दूध लेने के लिए घर से निकले थे। रास्ते में बाइक ने जोरदार टक्कर मार दी। इस घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन फानन में लोगों ने उन्हें दिल्ली रोड स्थित साईं अस्पताल में भर्ती कराया। यहां से उन्हें रेफर कर दिया गया। हालत बिगड़ती देख प्राइवेट अस्पताल ने श्रीकेश गौतम को जिला अस्पताल के इमरजेंसी भेज दिया। यहां इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉ. मनोज कुमार ने दोपहर करीब साढ़े तीन बजे गौतम को मृत घोषित कर दिया। मृत घोषित किए जाने के बाद श्रीकेश का परिवार पूरी तरह टूट गया। देर शाम होने की वजह से मृतक बताकर शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया गया।
TEAM VOICE OF PANIPAT