वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- वायु प्रदूषण कंट्रोल के सारे उपाय सोनीपत में फेल हो रहे हैं। प्रशासन पूरा जोर लगाने के बाद भी न पराली जलाने पर और न ही 15 साल पुराने डीजल वाहनों पर रोक लगा पा रहा है। प्रशासनिक इंतजामों को धराशायी होते देख बुधवार को SDM सोनीपत शशि वसुंधरा एक्शन में दिखीं। SDM ने टीम के साथ शहर और आसपास के हालात का निरीक्षण किया और नाका लगाकर वाहनों की चेकिंग की।
NCR के चार जिलों में सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों के बाद भी प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। सोनीपत में प्रशासन की 12 टीमें विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई के लिए लगी हैं। इसके बावजूद कुछ नहीं दिख रहा है। भट्ठी आधारित उद्योग चलाने पर 22 नवंबर तक रोक है। दो दिन से प्रशासन का पूरा ध्यान निर्माण कार्य और पराली जलाने के मामलों को रोकने पर है। निर्माण कार्य होता मिलने पर 8 लोगों पर 9 लाख रुपए का जुर्माना प्रशासन ने अब तक किया है।
गोहाना खंड के पांच गांवों में पराली जलाने वाले किसानों पर 25 सौ रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से जुर्माना लगाया। सरकार की ओर से प्रदूषण पर रोक के लिए प्रतिबंद जारी करने का बुधवार को तीसरा दिन था। सरकार के आदेशों के बावजूद प्रशासन पहले दिन स्कूल बंद नहीं करा पाया, दो दिन तक निर्माण कार्य जारी रहे। पुराने वाहनों की छानबीन भी प्रॉपर नहीं हो पाई। प्रदूषण पर रोक न लगती देख प्रशासन की भी लगातार किरकिरी हो रही है। इसमें 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल के वाहनों के कारण प्रदूषण की स्थिति ज्यादा गंभीर बना रहे हैं। SDM शशि वसुंधरा ने बुधवार को इसे लेकर सिविल अस्पताल मोड पर नाका लगाया और पुलिस के साथ वाहनों की छानबीन की। पॉल्यूशन सर्टीफिकेट न दिखाने वाले चालकों के चालान किए और पुराने वाहनों को जब्त करने के निर्देश भी SDM द्वारा दिए गए हैं।
TEAM VOICE OF PANIPAT