वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- क्षेत्र को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया है। इसको लेकर राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत एक्टिव केस फाउंडिंग कैंपेन की शुरूआत की गई। इसके अलावा भी टीबी की रूटीन जांच की जा रही है, लेकिन अब पंचकुला से आई टीबी मोबाइल वैन से जांच शुरू की गई है। फिलहाल इस वैन को नागरिक अस्पताल में तैनात किया गया है। सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा के मुताबिक भारत सरकार द्वारा टीबी उन्मूलन हेतू वर्ष 2025 तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इसी कड़ी में संभावित टीबी के मरीजों को खोजने के लिए एक्टिव केस फाउंडिंग कैंपेन पहले से शुरू किया गया है। इस कैंपेन के अंतर्गत जिला करनाल में लगभग 1 लाख 65 हजार लोगों की टीबी के लक्षण के लिए स्क्रीनिंग की जाएगी। इस अभियान के अंतर्गत एक मरीज खोजने पर तथा ईलाज शुरू करवाने पर टीम को 500 रुपये दिए जाएंगे। इस अभियान मे स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा संदिग्ध मरीजों का बलगम का सैंपल मौके पर ही लिया जाएगा। इस कैंपेन के दौरान पाए गए सभी टीबी मरीजों को निःशुल्क इलाज उपलब्ध करवाया जाएगा
सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा ने बताया कि अभी टीबी मोबाइल वैन को नागरिक अस्पताल में तैनात किया गया है। इसके बाद इसको सीएचसी व पीएचसी स्तर पर तैनात किया जाएगा। जनसाधारण से अपील की कि यदि किसी व्यक्ति को निम्नलिखित लक्षणों में से कोई भी लक्षण हो तो तो टीम को अवश्य बताएं। अपने रोग को ना छिपाएं ताकि टीबी पाए जाने पर समय पर इलाज शुरू किया जा सके।
TEAM VOICE OF PANIPAT