वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- अब भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी। अब और नही चलेगी भ्रष्टाचारियों की मनमानी एलएनजेपी नागरिक अस्पताल में ठेके पर कार्यरत एक चतुर्थ श्रेणी कर्मी को स्टेट विजिलेंस की टीम ने 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपित ने ठेके पर कार्यरत महिलाकर्मी की सेवाएं नियमित रखने के लिए 45 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। टीम ने आरोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित को टीम अपने साथ ले गई है। बुधवार को उसे अदालत में पेश किया जाएगा।
स्टेट विजिलेंस अंबाला के डीएसपी रामदत्त नैन ने बताया कि एलएनजेपी नागरिक अस्पताल में ठेके पर कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मी संदीप ने स्टेट विजिलेंस को शिकायत दी कि वे और उसकी पत्नी एलएनजेपी अस्पताल में ठेके पर चतुर्थ श्रेणी के पद पर कार्यरत हैं। अस्पताल में ठेके पर ही लगा चतुर्थ श्रेणी कर्मी उसकी पत्नी की सेवाएं नियमित रखने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था। आरोपित उसकी पत्नी की हाजिरी भी रजिस्टर में नहीं लगाता था। आरोपित ने रिश्वत में 45 हजार रुपये की मांग की। आरोपित से तंग आकर शिकायतकर्ता संदीप ने इसकी सूचना विजिलेंस टीम को दी।
विजिलेंस ने इस संबंध में डीसी को जानकारी दी। डीसी ने डीडीपीओ को ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात कर कार्रवाई के निर्देश दिए। डीएसपी विजिलेंस रामदत्त नैन के नेतृत्व में टीम ने शिकायतकर्ता संदीप को 15 हजार रुपये रंग लगा कर व हस्ताक्षर करके आरोपित को देने के लिए दिए। शिकायतकर्ता संदीप ने एलएनजेपी अस्पताल परिसर में आरोपित को पैसे दिए और विजिलेंस टीम को इशारा कर दिया। इशारा मिलते ही टीम ने मौके से आरोपित को काबू किया। आरोपित के पास से रंग लगे व हस्ताक्षर किए 15 हजार रुपये बरामद हुए।
संदीप की पत्नी आपरेशन थियेटर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। आरोपित भी अस्पताल में ही चतुर्थ श्रेणी पद पर कार्यरत है और वह संदीप से उसकी पत्नी को नौकरी पर तैनात रहने के नाम पर उससे 45 हजार रुपये मांग रहा था। आरोपित पवन ने कई बार उसकी पत्नी के अटेंडेंस को फ्ल्यूड लगाकर मिटाने का प्रयास भी किया। इससे संदीप ने परेशान होकर विजिलेंस को शिकायत कर दी।
TEAM VOICE OF PANIPAT