वायस ऑफ पानीपत(देवेंद्र शर्मा)- मामला हिसार के नारनौंद का है जहां नारनौंद के पास लगते एक गांव में सात साल की बच्ची के हाथ-पैर बांधकर तीन लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। हैरानी की बात ये है कि वारदात को अंजाम देने वाले तीनों आरोपी भी नाबालिग हैं और उनकी उम्र 14,15 औऱ 14 साल है। इनमें से दो आरोपी सगे भाई हैं और तीसरा उनका चचेरा भाई है।
तीनों ही आरोपी पीड़िता बच्ची के नाते में चाचा लगते हैं। बच्ची को गंभीर हालत में शहर के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है जहां पर उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने पीड़ित बच्ची की मां के बयान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ आईपीसी 377,376,365,341,506,34 व पोक्सो एक्ट में केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। एरिया के एक निजी स्कूल में कार्यरत महिला ने बताया कि वह हर रोज ड्यूटी पर चली जाती है और उसका पति काम पर निकल जाता है। इस दौरान उसकी तीन बेटियां घर पर अकेली ही अपने दादा के पास रहती हैं। महिला के अनुसार तीन सितंबर को जब वह ड्यूटी से वापस आई तो देखा कि उसकी सात साल की बेटी के शरीर से रक्त स्राव हो रहा था।
जब उसने अपनी बेटी के कपड़े निकालकर देखा तो उसे मालूम हुआ कि उसकी बेटी के साथ कुछ गलत काम किया गया है। तब तो उसने डर के मारे कुछ नहीं बताया। इसके बाद उसने अपनी बेटी को शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया जहां पर डॉक्टर्स ने बताया कि बच्ची को बुरी तरह से नोंचा गया है।
महिला के अनुसार इसके बाद उसने पुलिस को खबर को कर दी लेकिन बच्ची कुछ भी बताने की हालत में नहीं थी। आज दिन में बच्ची ने उस दिन की घटना के बारे में बताया कि तीन सितंबर को उसके तीन चाचा दोपहर को पकड़कर उसे पड़ोस के कमरे में ले गए और वहां पर खाट पर उसके हाथ-पैर बांध दिए और उसके बाद तीनों ने उसके साथ गलत काम किया। जब बच्ची चीखने लगी तो आरोपी उसको खोलकर वहां से भाग गए। इसके बाद जैसे-तैसे बच्ची घर तक पहुंची और आकर खाट पर लेट गई। शाम को जब उसकी मां स्कूल से वापस आई तो बच्ची के साथ हुई घटना के बारे में पता चला। बच्ची की मां ने पुलिस से नाबालिग आरोपियों को सजा दिलवाने की मांग की है।
TEAM VOICE OF PANIPAT