वायस ऑफ पानीपत :-12वीं कक्षा पास करने के बाद स्टूडेंट्स इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि वे कौन सा कोर्स चुनें जो उनके करियर को संवार सके. साइंस और कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों की तुलना में आर्ट्स स्ट्रीम के स्टूडेंट्स को कोर्स चुनने को लेकर ज्यादा टेंशन रहती है. आर्ट्स स्ट्रीम से 12वीं पास आउट या पास करने वाले स्टूडेंट्स को बता रहे है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी से वे कौन से ऐसे कोर्स कर सकते हैं
BA ऑनर्स इन इंग्लिश
आज हर फील्ड में इंग्लिश की ही डिमांड है. लगभग हर काम अंग्रेजी भाषा में ही होता है. ऐसे में अगर आपकी अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड़ है और आप इंग्लिश लिटरेचर में भी रुचि रखते हैं तो 12वीं के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से आप BA ऑनर्स इन इंग्लिश कोर्स कर सकते हैं. इस कोर्स के तहत स्टूडेंट्स इंग्लिश लैंग्वेज और लिटरेचर के विकास का गहन अध्ययन करते हैं. तीन वर्ष के इस कोर्स में एडमिशन मेरिट और कट ऑफ के आधार पर दिया जाता है. BA ऑनर्स इन इंग्लिश कोर्स करने के बाद छात्रों के पास करियर के ढेरों ऑप्शन होते हैं. वे कंटेंट राइटिंग, क्रिएटिव राइटिंग, स्कूल टीचिंग और मीडिया जैसी फील्ड को चुन सकते हैं. इन फील्ड में सैलरी भी अच्छी मिलती है.
बीए इन जर्नलिज्म
टीवी की दुनिया हर किसी को काफी अट्रैक्ट करती है. अगर आप भी खबरों में रुचि रखते हैं उनकी अच्छी समझ भी रखते हैं तो बीए इन जर्नलिज्म का कोर्स आपके लिए ही है. दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा ऑफर किया जाने वाला ये कोर्स करियर के लिहाज से काफी बेहतर विकल्प है. आर्ट्स स्ट्रीम के छात्र DU से अंडर ग्रेजुएट लेवल पर हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में जर्नलिज्म का कोर्स कर सकते हैं. तीन साल के इस कोर्स के दौरान छात्र पत्रकारिता की बारीकियों को समझते हैं मीडिया फील्ड से जुड़ी तमाम नई चीजें सीखते हैं. इस कोर्स के दौरान स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग के जरिए पत्रकारिता का एक्सपीरियंस करने का मौका भी मिलता है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि बीए ऑनर्स इन जर्नलिज्म का कोर्स करने के बाद आसानी से जॉब भी मिल जाती है. इस कोर्स में एडमिशन के लिए 50 प्रतिशत अंकों के साथ आर्ट्स विषय में 12वीं पास होना चाहिए.
सोशल वर्क में BA ऑनर्स
समाज सेवा में रुचि रखने वाले स्टूडेंट्स दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए ऑनर्स इन सोशल वर्क का कोर्स कर सकते हैं. ये कोर्स स्टूडेंट्स के करियर के लिए काफी अच्छा ऑप्शन हैं. 3 वर्षीय ये कोर्स अंडरग्रेजुएट लेवल पर फुल टाइम कोर्स है. इस कोर्स के दौरान स्टूडेंट्स समाज सेवा से जुड़े कई आयामों के बारे में सीखते और समझते हैं. इस कोर्स में थ्योरी से ज्यादा प्रैक्टिकल ट्रेनिंग मायने रखती है. कोर्स पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स सरकारी और गैर सरकारी, प्राइवेट कंपनियों और एनजीओ में जॉब पा सकते हैं.सोशल वर्क में BA ऑनर्स करने के लिए 50 प्रतिशत अंकों के साथ आर्ट्स विषय से 12वीं पास होना चाहिए.
साइकोलॉजी में बीए ऑनर्स
दूसरों के व्यवहार उनकी प्रतिक्रिया जानने समझने में रुचि रखने वाले स्टूडेंट्स डीयू से तीन साल का बीए ऑनर्स इन साइकोलॉजी कोर्स कर सकते हैं. आर्ट्स स्ट्रीम का ये कोर्स छात्रों के बीच काफी पॉपुलर है. इस कोर्स के दौरान स्टूडेंट्स को बिहेवियर और मेंटल साइंस व फीलिंग्स आदि के बारे में पढ़ाया जाता है. कोर्स में एडमिशन के लिए 12वीं क्लास में 50 प्रतिशत अंकों होने चाहिए. बीए ऑनर्स इन साइकोलॉजी कोर्स करने के बाद स्टूडेंट्स के पास साइकोलॉजिस्ट, लर्निंग एंड डेवलेपमेंट स्पेशलिस्ट, रिलेशनशिप मैनेजर जैसे तमाम बेहतरीन करियर ऑप्शन होते हैं.
बैचलर इन फाइन आर्ट्स
पेंटिंग, फोटोग्राफी, स्केचिंग या एनीमेशन के शौकिन छात्र डीयू से बैचलर इन फाइन आर्ट्स का कोर्स कर सकते हैं. आर्ट्स स्ट्रीम वाले स्टूडेंट्स के लिए ये कोर्स करियर अपॉर्च्युनिटी वाला है. ये कोर्स चार साल का है. इस कोर्स के दौरान स्टूडेंट्स फाइन आर्ट्स से संबंधित सभी स्किल्स सीखते हैं. बैचलर इन फाइन आर्ट्स के बाद स्टूडेंट्स आर्ट टीचर, फाइन आर्टिस्ट, मल्टीमीडिया आर्टिस्ट, आर्ट डायरेक्टर, पेंटर और फोटोग्राफी के करियर ऑप्शन चुन सकते हैं.
TEAM VOICE OF PANIPAT