वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- 0 से लेकर 18 साल के बच्चे-किशोर के दिल में छेद है। सरकारी स्कूल में अध्यनरत है या 134-ए के तहत निजी स्कूल में फीस माफ है। किसी चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन में रह रहा तो ऐसे बच्चों की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत निशुल्क सर्जरी कराई जाती है। RBSK के जिला नोडल अधिकारी डा. ललित वर्मा ने यह जानकारी दी । उन्होंने बताया कि स्कूल हेल्थ टीमें विद्यालयों में जाकर बच्चों का स्वास्थ्य जांचती थी, तब दिल में छेद वाले बच्चों को चिन्हित किया जाता था।
कोरोना महामारी में स्कूल एक्टिविटी बंद हैं। किसी अभिभावक के बच्चे को ऐसी कोई दिक्कत है तो वह सिविल अस्पताल या नजदीकी सरकारी फैसिलिटी केंद्र में पहुंचकर, लाभ प्राप्त कर सकता है। दिल में छेद के अलावा दूसरी दिक्कत है तो भी इलाज फ्री मुहैया कराया जाता है। उन्होंने बताया कि गर्भ में पल रहे शिशु के दिल में छेद का अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट से पता चल जाता है।
डा. वर्मा के मुताबिक दिल के छेद की सर्जरी महंगी है, एक से तीन लाख रुपये तक का खर्च आता है। हर साल 40-50 बच्चों की सर्जरी फ्री कराई जाती है। इस साल भी पांच बच्चे चिन्हित हो चुके हैं। बच्चों के कटे होंठ-चिपके तालू की सर्जरी भी निशुल्क करायी जाती है। डा. वर्मा के मुताबिक सिविल अस्पताल सहित समालखा, सिवाह, बापौली, नौल्था और मतलौडा के सरकारी अस्पताल में आरबीएसके की टीमें बैठती हैं। अभिभावक बच्चा और उसकी मेडिकल हिस्ट्री लेकर वहां पहुंचें, ताकि योजना का लाभ मिल सके।
TEAM VOICE OF PANIPAT