वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह):- पत्नी के शक करने से परेशान युवा बाउंसर ने पहले पत्नी और एक साल के मासूम बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद अपने ऑनर के बेटे और जीजा को कॉल करके पत्नी व बेटे की हत्या और खुद के आत्महत्या करने जाने की बात बताई। इतने में कोई कुछ कर पाता कि बाउंसर ने गांव के ही रेलवे फाटक के पास ट्रेन से कटकर जान दे दी। जाआरपी ने मामला दर्ज किया है। पुलिस ने कार्रवाई की बात कही है। पानीपत के गांव सिवाह निवासी 28 वर्षीय रमेश कादियान उर्फ मैसी दिल्ली में प्रॉपर्टी डीलर के पास बांउसर था। गांव में घर बनवाने और लॉकडाउन के कारण करीब डेढ़ महीने पहले उसने काम से छुट्टी ले ली और गांव आ गया।
गुरुवार दोपहर करीब दो बजे उसने अपने ऑनर पदम पंवार के बेटे नितिन को फोन करके बताया कि उसने अपनी 26 वर्षीय पत्नी अन्नू और एक साल के बेटे कविश को मार दिया है। अब वह आत्महत्या करने रेलवे ट्रैक पर जा रहा है। इसके बाद बाउंसर ने अपने साेनीपत निवासी जीजा को भी फोन कर यही बाते बताई। नितिन ने मैसी के पिता पालेराम को फोन करके पूरी बात बताई, तो पिता को यकीन नहीं हुआ। पिता मैसी के कमरे में पहुंचे तो बहू और पोता मृत मिला। जबकि मैसी कमरे में नहीं था। वह बड़े बेटे को लेकर रेलवे ट्रैक पर पहुंचे, लेकिन तब तक जवान बेटा मौत को गले लगा चुका था। सूचना पर GRP मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा भरकर सिविल अस्पताल पहुंचाया।
पालेराम किसान हैं और अपनी सारी जमीन ठेके पर दी हुई है। बड़ा बेटा सुरेश कादियान घर पर ही रहता है। जबकि बचपन से ही पहलवानी के शोक के चलते छोटे बेटे रमेश ने बांउसर को करियर बना लिया था। 2018 में बेटे की धूमधाम से शादी की। एक साल पहले पोते का जन्म हुआ। परिवार के लिए नया घर बनाया। सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन बेटे, बहु और पोते को खोने के बाद परिवार पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है।
मैसी दिल्ली निवासी पदम पंवार के पास बीते पांच साल से बाउंसर था। पदम पंवार ने बताया कि मैसी ने कई बार बताया कि उसकी पत्नी उस पर शक करती है। जिस कारण उनमें कहासुनी होती थी। जिससे वह परेशान रहता था। बीते डेढ़ महीने में घर पर रहने के दौरान मैसी से कम ही बात हो पाई। अब भी वह यह कदम उठाने से पहले एक बार बात कर लेता तो कोई ने कोई रास्ता निकाला जा सकता था।
TEAM VOICE OF PANIPAT