वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- कोरोना की दूसरी लहर जहां हजारों लोगों की जिंदगी पर कहर बनकर टूटी वहीं देश के डॉक्टर भी इससे बच नहीं पाए। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मुताबिक दूसरी लहर में देशभर में 420 डॉक्टरों की मौत हो गई। ये सभी डॉक्टर मरीजों का इलाज करते समय कोरोना से संक्रमित हुए और आखिर में उनकी जान चली गई। देशभर में सबसे ज्यादा 100 डॉक्टरों की मौत राजधानी दिल्ली में हुई है। दूसरे नंबर पर पटना है जहां दूसरी लहर में 96 डॉक्टरों की जान चली गई। वहीं तीसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश रहा जहां 41 डॉक्टरों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। चौथे नंबर पर गुजरात है जहां 31 डॉक्टरों की मौत हुई। इसी तरह आंध्र प्रदेश में 26, तेलंगाना में 20, ओडिशा-16,महाराष्ट्र-15, मध्य प्रदेश में 13 डॉक्टरों की जान चली गई।
इससे पहले कोरोना की पहली लहर में 747 डॉक्टरों की मौत हो गई थी। इस लहर में सबसे ज्यादा 91 डॉक्टरों मौत तमिलनाडु में हुई थी जबकि महाराष्ट्र में 81 डॉक्टरों की मौत हुई थी। पश्चिम बंगाल में 71, आंध्र प्रदेश में 70, कर्नाटक में 68 डॉक्टरों की मौत हुई थी। पहली और दूसरी लहर मिलाकर कोरोना संक्रमण से कुल 1,167 डॉ्क्टरों की जान चली गई।
गौरतलब है कि देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में 2.57 लाख नए मामले आए हैं। इसी के साथ संक्रमण के रोज आने वाले मामले लगातार छठे दिन तीन लाख से नीचे रहे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि संक्रमण के नए मामलों के साथ ही देश में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 2,62,89,290 हो गए हैं। मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में इस महामारी से 4,194 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की कुल संख्या 2,95,525 हो गई है। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 29,23,400 रह गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 11.12 प्रतिशत है।
TEAM VOICE OF PANIPAT