वायस आफॅ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- खबर अजीब जरुर है, पर सच है। जी हां, इंसानों की तरह ही अब पशुओं के लिए भी यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर जारी किया जा रहा है। इसके लिए पशुओं के कान में टैग लगाया जा रहा है, जिस पर 10 डिजिट का नंबर दर्ज होगा। अब से सभी पशुओं की उसी नंबर से पहचान होगी।
डॉक्टरों के अनुसार पशुओं के कान में टैग लगाया जा रहा है, वो सिर्फ 8 ग्राम का होगा और उस पर 10 डिजिट का UIN दर्ज है। इसके लिए पशु के कान में छेद कर प्लास्टिक का एक ईयर टैग लगा फोटो खींची जायेंगी। इसके बाद एक फार्म में पशु की नस्ल, उम्र, गर्भ धारण व अन्य जानकारी के साथ पशु के मालिक का नाम, उसका मोबाइल नंबर के साथ अन्य जानकारी भरकर कंप्यूटर पर अपलोड किये जायेंगे।
इस आधार कार्ड में पशुओं की तमाम सूचनाएं दर्ज होगी। टीकाकरण, उम्र, बीमारी, क्रय-विक्रय की भी जानकारी रहेगी। इससे पशुओं की गिनती व उनकी बीमारी के बारे में जानकारी सुलभता से उपलब्ध हो जाएगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य पशुओं की नस्ल व दूध उत्पादन को बढ़ाना है। आधार कार्ड बनने से दुधारू पशुओं के संरक्षण के साथ पशुपालकों की जानकारी आसानी से प्राप्त हो जाएगी।
आपको बता दें कि आधार कार्ड के साथ पशुओं का हेल्थ कार्ड भी जारी किया जायेगा। पशुओं को यूनिक नंबर देने का काम भी शुरू कर दिया गया है। पशुओं की खरीद-फरोख्त के लिए यह जरूरी होगा। देश के किसी भी हिस्से में पशु को बेचा जाएगा, तब भी यह नंबर बदलेगा नहीं।
TEAM VOICE OF PANIPAT