वायस आफॅ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- कोरोना काल के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा 13 सितंबर काे नीट और 1 से 6 सितंबर तक जेईई मेन्स कराए जाने की तैयारी है। नीट एक ही दिन में हाेगा और करीब 16 लाख अभ्यर्थी टेस्ट देंगे। हरियाणा के करीब 75 हजार अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे। वहीं, जेईई मेंस के लिए 9 जिलों- पानीपत, करनाल, गुड़गांव, अम्बाला, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, सोनीपत, हिसार में सेंटर बनाए गए हैं। जबकि नीट के लिए राज्य में सिर्फ 2 सेंटर बनाए हैं। वो भी सबसे ज्यादा संक्रमित गुड़गांव व फरीदाबाद में। इसलिए स्टूडेंट्स में परीक्षा से ज्यादा कोरोना का डर बना हुआ है। अनेक स्टूडेंट्स का सेंटर पंजाब, चंडीगढ़ में भी दिया गया है। यानी 200 किमी से ज्यादा का सफर करना पड़ेगा। बहुत से बच्चों ने एनटीए को ई-मेल कर प्रदेश में ही और सेंटर बनाने की मांग की है। विशेषज्ञों का भी मानना है कि राज्य में कम से कम तीन-चार सेंटर और बनाने चाहिए, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे।
विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि पहले कई मौकों पर नीट की परीक्षा अलग-अलग समय पर कराई गई है। अब कोरोना को देखते हुए ऐसा किया जा सकता है। साल 2013 में कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के कारण नीट 10 से 15 दिन बाद हुआ था। 2016 में नीट-1 व नीट-2 अलग अलग हुए थे। 2019 में ओडिशा में चक्रवात के कारण बाद में परीक्षा ली गई थी। काेराेना महामारी के बीच जेईई और नीट टालने की मांग के बीच ही देशभर में छात्राें ने एक दिन की भूख हड़ताल की। सीबीएसई पूरक परीक्षा के साथ यूजीसी-नेट, क्लैट, नीट और जेईई काे टालने की मांग काे लेकर हुई भूख हड़ताल में 4,200 विद्यार्थी शामिल हुए। उन्हाेंने साेशल मीडिया पर अभियान भी छेड़ दिया है। इन परीक्षार्थियाें और उनके माता-पिता का साथ विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘भारत सरकार विद्यार्थियों के मन की बात सुने और काेई सर्वमान्य समाधान निकाले।’
TEAM VOICE OF PANIPAT