वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह):- कोरोना काल में लंबे समय से बंद पड़े स्कूल अब 21 सितंबर से खुलने वाले हैं। इसमें 9वीं से 12वीं के छात्रों के लिए पढ़ाई के संदर्भ में स्कूल खोले गए हैं। कोरोना को देखते हुए कुछ नियम बनाएं गए हैं, जिसमें साफ है कि छात्रों को स्कूल में बैग नहीं लाने है। शिक्षा विभाग ने नो पेपर एक्सचेंज पॉलोसी के तहत स्कूलों को खोलने की अनुमति दी है। जिसके चलते छात्रों को स्कूल में किसी भी तरह का कागजी काम नहीं कराना। स्कूल खोलने से पहले सरकारी व प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों के कोरोना टेस्ट करवाने अनिवार्य किए गए हैं।
बरतनी होगी ये सावधानी….
1.गाइडलाइन्स के मुताबिक छात्रो को अपने वाहनों से स्कूल आना होगा।
2. कक्षा में बैठने के बाद, उठकर बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी।
3. पानी की बोतल साथ लेकर आनी होगी।
4. जो छात्र पहले दिन जिस डेस्क पर बैठेगा, वह रोजाना उसी डेस्क पर बैठेगा।
5. बच्चों की कक्षा को रोजाना दो बार सेनिटाइज करना होगा।
शिक्षा विभाग ने कोरोना टेस्ट को लेकर स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया है। केंद्र सरकार ने 21 सितंबर से पूरे स्टॉफ के साथ सरकारी व गैर-सरकारी सभी हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूल खोलने संबंधी गाइडलाइन जारी की है। अभी स्कूल में अधिकतम 25 छात्रों को आने की अनुमति होगी। अगर स्कूल के अंदर बच्चों की भीड़ हुई, तो स्कूल संचालक खुद इसका जिम्मेदार होगा। ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग ने जो गाइडलाइन जारी की है, उसका भी पालन करना होगा। 21 सितंबर को केवल छात्र विषय के बारे में जानकारी लेने स्कूल आ सकेंगे, ना कि कक्षाएं लगेंगी। अब इसके चलते 21 सितंबर से पहले ही स्कूलों के सभी शिक्षकों समेत पूरे स्टॉफ को अनिवार्य तौर पर अपना कोरोना टेस्ट करवाना होगा।
साथ ही सरकारी व गैरसरकारी स्कूलों को सेनिटाइज करने का काम शुरू हो गया है। कमरों, लैब, शौचालयों, मुख्य गेट को सेनिटाइज किया जा रहा है। विभाग द्वारा सेनेटाइजर, मास्क आदि के लिए बजट जारी किया गया है। बच्चों के एंट्री व एक्जिट के लिए अलग-अलग गेट लगाए जा रहे हैं। स्कूलों में बच्चों की भीड़ न हो इसके लिए एक कमरे में 12-12 स्टूडेंट्स ही बैठाए जाएंगे। स्कूल सुबह 9 से 12 बजे तक खुलेंगे।