वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्य):- स्टेशनों पर अब सुरक्षित रूप से मोबाइल चार्ज करने के लिए दस रुपया खर्च करना होगा.. प्लेटफार्म पर चार्जिंग के लिए साकेट बोर्ड को ढूंढने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस दौरान मोबाइल के गिरने या चोरी हो जाने की समस्या भी खत्म होगी.. कियोस्क से चार्जिंग के दौरान मोबाइल सुरक्षित रहेगा और चार्ज भी हो जाएगा..
अभी तक रेलवे स्टेशन पर यात्री निश्शुल्क मोबाइल चार्ज करते थे..जगह-जगह बिजली के एक बोर्ड में दर्जनों मोबाइल एक साथ चार्ज होते हैं.. यह रेलवे की निश्शुल्क यात्री सुविधाओं में है.. रेलवे अब कियोस्क मशीनों के माध्यम से मोबाइल चार्जिंग की सुविधा से आमदनी भी करेगा.. उत्तर मध्य रेलवे प्रथम चरण में 22 कियोस्क मशीनें लगाएगा.. मशीन में मोबाइल लगाकर रखकर यात्री कहीं जाता भी है तो उसका मोबाइल सुरक्षित रहेगा.. इन मशीनों का क्रियान्वयन इसी वर्ष एनसीआर के कई रेलवे स्टेशनों पर होने लगेगा.. इस सुविधा से मोबाइल चार्जिंग का तरीका बदल जाएगा.. कैसे करेगा काम कियोस्क एटीएम मशीन की तरह दिखने वाली कियोस्क मशीन में 24 लाकर होंगे..
इसमें मोबाइल रखने के लिए पासवर्ड डालकर लाकर खोलना होगा.. मोबाइल चार्ज करने के लिए दस रुपये की एक नोट मशीन में डालनी होगी.. इससे बारकोड वाली एक स्लिप निकलेगी। बार कोड वाली स्लिप स्कैन करने पर लाकर खुलेगा.. स्क्रीन पर मोबाइल चार्जिंग का प्रतिशत बताता रहेगा.. एक घंटे से अधिक समय बीतने पर दोबारा पैसे देने होंगे। इसमें एक साथ 24 मोबाइल चार्ज हो सकेंगे..
TEAM VOICE OF PANIPAT