वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्य):- हर व्यक्ति को कभी न कभी जरूरी कार्यों को पूरा करने के लिए फंड्स की आवश्यकता होती है.. लोगों के मन में एक सवाल आता है कि सिक्योर्ड लोन (Secured loan) या फिर पर्सनल लोन (Personal loan) लेना चाहिए.. जब भी बैंक (Bank) के पास कोई संपत्ति जैसे घर, जमीन, शेयर, म्यूचुअल फंड (Mutual fund) गिरवी रखकर लोन (Loan) लिया जाता है तो उसे सिक्योर्ड लोन (Secured loan) कहते हैं.. सिक्योर्ड लोन (Secured loan) लेने का फायदा यह होता है कि अगर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है तो भी बैंक लोन (Bank loan) देते हैं और ब्याज भी कम होता है..
*चलिए क्या होता है Personal loan आपको बताते है*
पर्सनल लोन (Personal loan) एक अनसिक्योर्ड लोन (UnSecured loan) होता है.. इसमें कुछ भी गिरवी नहीं रखना होता है.. अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो कोई भी बैंक आसानी से आपको पर्सनल लोन (Personal loan) दे देता है.. पर्सनल लोन लेने के लिए आपकी क्रेडिट हिस्ट्री होनी चाहिए.. इसकी ब्याज दर भी सिक्योर्ड लोन (Secured loan) की अपेक्षा अधिक होती है..
*चलिए आपको बताते है कौन-सा लोन लेना बेहतर होता है*
अगर आप लंबी अवधि का लोन लेने की योजना बना रहे हैं तो सिक्योर्ड लोन लेना बेहतर होता है.. इसमें ब्याज दर भी कम होती है और फंडिंग की कॉस्ट भी कम आती है.. वहीं, अगर आप छोटी अवधि का लोन लेने की योजना बना रहे हैं और कुछ गिरवी नहीं रखना चाहते हैं.. फिर पर्सनल लोन लेना बेहतर रहता है.. पर्सनल लोन लेने के लिए क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए..आमतौर पर 750 से अधिक का क्रेडिट स्कोर अच्छा माना जाता है.. जितना अधिक आपका क्रेडिट होगा, उतने ही कम ब्याज पर आपको लोन मिल जाएगा..
TEAM VOICE OF PANIPAT