वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- पलवल से सोनीपत (Palwal to Sonipat) तक बन रहे हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (Haryana Orbital Rail Corridor) के निर्माण की रफ्तार तेज हो गई है.. किसानों और सरकार के बीच जमीन के रेट को लेकर हुए गतिरोध खत्म होने के बाद इस प्रोजेक्ट के लिए बची हुई जमीन के अधिग्रहण के लिए गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है.. कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस (Kundli Manesar Palwal Express) वे के साथ साथ बन रहे इस कॉरिडोर के लिए सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम और पलवल जिले के 67 गांवों की करीब 665.92 हेक्टेयर यानी करीब 1665 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है.. सोनीपत जिले के 18 गांवों की 226 एकड़ जमीन का पहले ही अधिग्रहण हो चुका है और कुल 158 करोड़ रुपये में से 85 करोड़ रुपये किसानों द्वारा मुआवजा उठाया जा चुका है.. सोनीपत जिले में हरसाना कलां को जंक्शन के रूप में विकसित किया जाएगा..

*इस कॉरिडोर पर कौन से स्टेशन होंगे*
सोनीपत में हरसाना कलां, तुर्कपुर व खरखौदा, झज्जर में जसौर खेड़ी, मांडौठी, बादली, देवरखाना, बाढ़सा, गुरुग्राम में न्यू पातली, मानेसर, चंदला डूंगरवास, नूंह में धूलावट, सोहना, पलवल में सिलानी व न्यू पलवल में स्टेशन बनाए जाएंगे..
इसके अतिरिक्त खरखौदा में आइएमटी और तुर्कपुर में भी स्टेशन बनाया जाएगा। करीब 127.7 किमी लंबे कॉरिडोर पर 5618 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है, जिसे 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने के अनुसार डिजाइन किया जा रहा है.. ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के शुरू होने से सोनीपत और खरखौदा आइएमटी की गुरुग्राम, मानेसर, सोहना, फरीदाबाद और पलवल की आपस में सीधी रेल कनेक्टिविटी हो जाएगी.. अभी ट्रेनों को दिल्ली होकर निकलना पड़ता है इस कॉरिडोर को हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कार्पोरेशन द्वारा दिल्ली के रेल बाईपास के रूप में भी विकसित किया जा रहा है.. यह लाइन चार सबसे महत्वपूर्ण रेलवे लाइन दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-जयपुर, दिल्ली-रोहतक और दिल्ली-अंबाला रेलवे लाइन को जोड़ने का काम करेगी.. इस कॉरिडोर का निर्माण साल 2026 तक पूरा किया जाना है..
एचआरआइडीसी (HRIDC) द्वारा अरावली की पहाड़ियों में 4.7 किमी डबल सुरंग का निर्माण किया जा रहा है.. जो देश में इस तरह की पहली टनल होगी। इस सुरंग की ऊंचाई करीब 25 मीटर रहेगी..
TEAM VOICE OF PANIPAT