वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए थाना इसराना पुलिस ने गांव मांडी के दो युवकों को विदेश भेजने के नाम पर 44 लाख 97 हजार 600 रूपए की ठगी करने वाले गिरोह के एक आरोपी को वीरवार देर शाम इसराना से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान महिपाल निवासी इसराना के रूप में हुई। थाना इसराना प्रभारी इंस्पेक्टर बलराज ने बताया कि मांडी गांव के खुजान सिंह पुत्र रामनिवास ने थाना इसराना में शिकायत देकर बताया था कि वह इसराना में टेक्सी स्टेंड पर चालक का काम करता है। वह अपने बेटे साहिल व भतीजे रजत को विदेश भेजना चाहता था। 3 साल पहले उसकी इसराना के महिपाल पुत्र बलजीत से मुलाकात हुई थी। बाद में दोनों की दोस्ती हो गई। सितम्बर 2022 में उसने इसराना में टेक्सी स्टेंड पर महिपाल से बात करते हुए बेटे साहिल व भतीजे रजत को विदेश भेजने की अपनी इच्छा बताई। महिपाल कहने लगा पंजाब के जीरकपुर का रणजोत उसका अच्छा दोस्त है और वह लोगों को विदेश भेजने का काम करता है। रणजोत से बात कर वह उसके बेटे व भतीजे को विदेश भिजवा देगा। इसराना में महिपाल व रणजोत से बातचित की तो उन्होंने दोनों बच्चों को अमेरिका भेजने का 90 लाख रूपए खर्च बताया। आरोपी महिपाल व रणजोत ने आश्वासन दिया की वह दोनों लड़को को कानूनी तरीके से विदेश भेजेंगे और वहा एजेंट से अच्छी कंपनी में जाब भी लगवा देंगे। आरोपी महिपाल व रणजोत की बातों पर विश्वास करते हुए उसने व उसके भाई ने हा भर दी।
कुछ दिन बाद आरोपी रणजोत ने फोन कर विदेश भेजने की प्रक्रिया शुरू करने की बात कहते हुए एडवांस पैसे मांगे। 2 दिसम्बर 2022 को दिए गए खाते में उसने 4 लाख रूपए ट्रांसफर कर दिये। इसके बाद 17 जनवरी 2023 को और 3 लाख रूपए ट्रांसफर कर दिए। आरोपी रणजोत ने इसके बाद कागजात चैक करवाने मुम्बई जाने की बात कहकर उससे 31 जनवरी को और 10 लाख रूपए खाते में ट्रांसफर करवा लिए। आरोपी ने दोनों बच्चों का इंटरव्यू करवाने की बात कहते हुए 7 फरवरी को 12 लाख 97 हजार 600 रूपए और खाते में ट्रांसफर करवा लिए।
उक्त राशि ट्रांसफर करवाने के बाद आरोपी रणजोत दो/तीन दिन बाद साहिल व रजत को इंटरव्यू करवाने की बात कहते हुए मुम्बई ले गया। वहा पर दोनों को होटल में मोहम्मद मलिक निवासी मुम्बई से मिलवाया। आरोपी रणजोत व मोहम्मद मलिक ने आगे भेजने की बात कहते हुए और 15 लाख रूपए मांगे। उन्होंने आरोपियों को खाते में पैसे नही होने की बात कही। दोनों आरोपियों ने साथी आरोपी महिपाल को उनके घर पर पैसे लेने के लिए भेजा। आरोपी महिपाल घर आकर उनसे 15 लाख रूपए कैश ले गया। आरोपी महिपाल ने पैसे ले जाते समय आश्वासन दिया की दोनों बच्चों का जल्द ही वीजा व जॉइनिंग लेटर मिल जाएगा।
आरोपियों ने बेटे साहिल व भतीजे रजत के पासपोर्ट पर वीजा स्टीकर चस्पा किया है वह फर्जी पाया गया। विदेश भेजने के नाम पर आरोपियों ने उनके कुल 44 लाख 97 हजार 600 रूपए की ठगी कर ली। उसने पैसे वापिस मांगे तो आरोपी जान से मारने की धमकी देने लगे। शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत इमीग्रेशन एक्ट के तहत थाना इसराना में मुकदमा दर्ज कर जांच करने के साथ ही आरापियों की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे। इंस्पेक्टर बलराज ने बताया कि गिरफतार आरोपी महिपाल ने प्रारंभिक पुलिस पूछताछ में बताया विदेश भेजने का झांसा दे ठगी गई उक्त राशि में से उसके हिस्से में 5 लाख रूपए आए थे। जिसमें से उसने काफी पैसे खर्च कर दिए। पुलिस ने गिरोह में शामिल फरार आरोपियों के ठीकानों का पता लगाने व बची हुई नगदी बरामद करने के लिए गिरफ्तार आरोपी महिपाल को शुक्रवार को माननीय न्यायालय में पेश किया जहा से उसे 1 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया।
TEAM VOICE OF PANIPAT