वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसान आंदोलन 378 दिन बाद खत्म हो गया। गुरुवार को किसानों की मांग मानने वाला केंद्र सरकार का आधिकारिक पत्र मिलने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा SKM ने बैठक कर घर वापसी का एलान किया।
किसान नेताओं का कहना है कि तमिलनाडू के कुन्नूर में वायुसेना का हेलीकॉप्टर क्रैश होने से देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई। 10 दिसंबर को आंदोलन में शहीद हुए किसानों को व हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देंगे। 11 दिसंबर को जुलूस के रूप में जश्न मनाते हुए बॉर्डर से वापसी करेंगे और 13 दिसंबर को अमृतसर के हरमिंदर साहिब पहुंचेंगे
संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक के बाद सभी किसानों ने अपना सामान समेटना शुरू कर दिया है। कुंडली बॉर्डर पर लगे तंबूओं को उखाड़ा जा रहा है। किसान नेताओं का कहना है कि जिन टोल पर किसान बैठे हुए हैं, वहां से भी 15 दिसंबर को खाली कर दिया जाएगा। 11 दिसंबर को किसान ढोल नगाड़ों व जुलूस के रूप में जश्र मनाते हुए वापसी करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का कहना है कि सरकार ने उनकी मांगों को मान लिया है। जिसके बाद उन्होंने बैठक कर सहमती से आंदोलन खत्म करने का निर्णय लिया है।
TEAM VOICE OF PANIPAT