वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- पानीपत में रोडवेज डिपो के प्रबंधक ने बीते दिन बड़ी कार्रवाई करते हुए 2 चालक और 4 परिचालकों को सस्पेंड कर दिया है इतना ही नहीं, रोडवेज डिपो प्रबंधक कुलदीप जागड़ा ने एक कर्मी के खिलाफ गबन के आरोपों में पुलिस को शिकायत देकर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज करने की बात भी कही है। वहीं रोडवेज डिपो में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई को देखकर बाकी कर्मियों में हड़कंप मच गया है। अब हर कर्मचारी अपने-अपने स्तर पर काम को ठीक करने के प्रयास कर रहा है।
रोडवेज डिपो प्रबंधक ने एक ही बस के ड्राइवर जोगिंद्र और कंडक्टर संजय पर रुट डायवर्ट कर अपनी मनमर्जी से बस को संचालित करने के आरोप लगाते हुए दोनों को सस्पेंड कर दिया है। इसके अलावा कंडक्टर संजय पर हजारों रुपए का गबन करने के आरोपों को भी जीएम ने अपनी जांच में सही पाया है।वहीं परिचालक रिंकूराजा लंबे समय से अपनी ड्यूटी से गैर हाजिर था। जिसने गैरहाजिर होने के बारे में अधिकारियों को कोई सूचना भी नहीं दी थी। विभाग की ओर से कई बार फोन करने के बाद भी संपर्क नहीं होने पर रिंकू को सस्पेंड कर दिया गया।
आपको बता दें कि इसके अलावा रोडवेज डिपो प्रबंधक ने पानीपत से हरिद्वार और हरिद्वार से पानीपत रुट पर चलने वाली पानीपत डिपो के चालक और परिचालक पर भी कार्रवाई की। कुलदीप जागड़ा ने रोडवेज बस के चालक राकेश और कंडक्टर वीरेंद्र को हरिद्वार से बस को खाली शामली तक लाने और इस दौरान रुट पर महज 320 रुपए की ही टिकट काटने पर बस को चेक किया गया। इस दौरान सूचना मिलने पर डिपो प्रबंधक ने दोनों को सस्पेंड कर दिया।
वहीं परिचालक कृष्ण के पास गबन की हुई 760 रुपए की पुरानी टिकट मिली। वह इन टिकटों को बार-बार सवारियों को देकर अपनी काली कमाई कर रहा था। इसके अलावा 6 हजार 495 रुपए की राशि मिली। जोकि सवारियों से इकट्ठा की गई थी, मगर विभाग को जमा नहीं करवाई गई। इतना ही नहीं, परिचालक ने रुपए के बदले में सवारियों को टिकट नहीं दे रखी थी। साथ ही बस को शामली अड्डे से चलने का साढ़े 6 बजे का समय था। इसके बावजूद 8 बजे चेक करने पर भी बस शामली अड्डे पर ही मिली। परिचालक बस को अपनी मनमर्जी से चलाता था। उसका पुराना रिकॉर्ड चेक किया तो उसका पिछला रिकॉर्ड भी ऐसा ही मिला। इसपर भी कार्रवाई करते हुए कुलदीप जागड़ा ने इसे भी सस्पेंड कर दिया।
TEAM VOICE OF PANIPAT