वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- मामला जींद के गांव छातर का है। जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी कर बिना लाइसेंस के चल रहे क्लीनिक को पकड़ा है। क्लीनिक के अंदर भारी मात्रा में दवाइयां बरामद की है और जहां मरीजों का इलाज किया जा रहा था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया और उसके संचालक के खिलाफ उचाना थाने में मामला दर्ज करवाया है।
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि गांव कहसून निवासी डा. राजेंद्र सिंह गांव छातर में बिना लाइसेंस के क्लीनिक चला रहे हैं। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने डिप्टी सिविल सर्जन डा. पालेराम कटारिया व गांव छातर के प्राथमिक चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप कुमार के नेतृत्व में छापेमार दल का गठन किया। इस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की तो वहां पर डा. राजेंद्र सिंह क्लीनिक चला रहा था और मरीजों का चेकअप किया जा रहा था। जब टीम ने डा. राजेंद्र सिंह से क्लीनिक चलाने का लाइसेंस मांगा तो वह दिखा नहीं पाया।
क्लीनिक के अंदर भारी मात्रा में दवाइयां रखी हुई थी। इसके बाद विभाग की टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया और दवाइयों के बारे में ड्रग कंट्रोल को सूचित किया। इसके बाद दुकान के अंदर से करीब 610 गोलियां बरामद की। जिनके माध्यम से डा. राजेंद्र सिंह मरीजों का इलाज किया जा रहा था। इस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इसके बारे में पुलिस को सूचित किया। उचाना थाने में तैनात एसआइ राममेहर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पत्र मिला था। उसमें बिना लाइसेंस के क्लीनिक चलाने पर गांव कहसून निवासी डा. राजेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं विभाग ने डा. राजेंद्र सिंह उसकी डिग्री से संबंधित दस्तावेज भी मांगे हैं।
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