वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- कोरोना के मामले लगातार बढ़ोतरी करते जा रहे हैं। वहीं कोरोना के नए वैरिएंट ने भी कहर शुरू कर दिया है। राजधानी दिल्ली में जितनी तेज गति से कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है, वह चिंता जाहिर कर रही है। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 4000 से अधिक कोरोना के नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि कोरोना पॉजिटिविटी रेट 6.46% पर पहुंच गया है। इस बीच बीते दिन दिल्ली में ओमिक्रोन के 31 नए मामले सामने आए हैं।
इसके बाद दिल्ली में कोरोना के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 382 हो चुकी है। इसकी जाननकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट कर दी है। तीन दिन पहले तक दिल्ली में ओमिक्रोन के कुल 351 मामले थे। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक सप्ताह पहले 29 दिसंबर को दिल्ली में यलो अलर्ट लागू किया गया था, लेकिन अब दिल्ली में रेड अलर्ट की स्थिति बन गई है। हो सकता है मंगलवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में रेड अलर्ट वाले प्रतिबंध लागू करने का ऐलान हो जाएगा। बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर दिल्ली में ग्रेडेड एक्शन प्लान के तहत चार कलर कोड में बांटा गया है। पहला लेवल का कलर कोड येलो है, जो 29 दिसंबर से लागू है। रेड लेवल की स्थिति में ज्यादातर गतिविधियां बंद हो जाएंगी। दिल्ली में येलो अलर्ट पहले से घोषित है और अब दिल्ली रेड अलर्ट की तरफ बढ़ चुकी है।
रेड अलर्ट वह स्थिति है, जब लगातार दो दिनों तक कोरोना संक्रमण दर 5 प्रतिशत या सात दिनों की अवधि में 16000 से अधिक मामले या फिर अस्पतालों में औसत 3000 बेड का लगातार सात दिनों तक भरे रहना है। इस लिहाज से दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर 6.46 पर पहुंच गई है। रेड अलर्ट की घोषणा के बाद कई तरह की पाबंदियां लागू हो जाएंगी। आइये हम बता रहे हैं कि क्या प्रतिबंधित रहेगा और क्या खुला रहेगा।
शापिंग माल बंद रहेंगे, साप्ताहिक बाजार भी बंद होंगे, शादी-समारोह में सिर्फ 15 लोग ही शामिल हो सकेंगे। सरकारी और निजी दफ्तर बंद हो जाएंगे। रेस्तरां बंद रहेंगे केवल होम डिलीवरी की सुविधा रहेगी, नाई की दुकान, ब्यूटी पार्लर सब बंद होगा। इन सभी के साथ पाबंंदियां शुरू होंगी। स्टैंड अलोन दुकानें रोजाना सुबह 10 से शाम 6 बजे तक खुल सकेंगीं। निर्माण कंपनियां बंद हो जाएंगी, इंडस्ट्री प्रोडक्शन यूनिट भी बंद होगी। आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर सभी दुकानें बंद रहेंगी। मेट्रो बंद हो जाएगी। बसों का परिचालन जरूरी सेवाओं के लोगों के लिए ही होगा। दिल्ली मेट्रो और बसें 50 फीसद सिटिंग कैपिसिटी के साथ दौड़ रही हैं।
TEAM VOICE OF PANIPAT