वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह):- मेजर आशीष के पिता लालचंद पानीपत सेक्टर 7 में किराए के मकान में रहते हैं.. उन्होंने पिछले दिनों ही टीडीआई में अपना प्लाट लेकर मकान का निर्माण शुरू कराया था। मेजर आशीष के जन्मदिन पर 23 अक्तूबर को गृह प्रवेश करना था.. जम्मू कश्मीर में शहीद हुए मेजर आशीष धौंचक का पार्थिव शरीर शुक्रवार को पानीपत पहुंचेगा.. जम्मू कश्मीर में स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई के चलते आज पार्थिव शरीर नहीं मिल पाया है.. एसडीएम पानीपत मनदीप सिंह ने बताया कि पहले पार्थिव शरीर के गुरुवार को पानीपत में आने की उम्मीद थी। लेकिन अब शव शुक्रवार को पानीपत पहुंचेगा.. मेजर के पार्थिव शरीर को पहले उनके टीडीआई स्थित नए मकान में ले जाया जाएगा। इसके बाद उनके पैतृक गांव बिंझौल में अंतिम विदाई दी जाएगी..
पानीपत शहर विधायक प्रमोद विज सेक्टर 7 में शहीद मेजर आशीष के घर पहुंचे.. उन्होंने परिवार को सांत्वना दी और सरकार की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.. विधायक प्रमोद विज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आतंकवाद को पहले दिन से सफाया कर रहे हैं.. आतंकवादियों के इस दुसाहस का भी सरकार जल्द ही बदला लेगी.. मेजर आशीष राष्ट्र की सुरक्षा के लिए शहीद हुए हैं और हम सब उनके परिवार के साथ हैं.. आतंकवाद अकेला भारत या जम्मू कश्मीर में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में है। सरकार इनको साफ कर रही है और सरकार पर भरोसा बनाकर रखें.. मेजर आशीष की शादी 15 नवंबर 2015 को जींद की रहने वाली ज्योति से हुई थी.. 4 महीने पहले 2 मई को आशीष अर्बन एस्टेट में रहने वाले साले विपुल की शादी में छुट्टी लेकर घर आए थे.. यहां वे 10 दिन रहे और इसके बाद वह ड्यूटी पर लौट गए। उनका परिवार पहले पैतृक गांव बिंझौल में ही रहता था। हालांकि 2 साल पहले वह शहर में शिफ्ट हो गए थे..
बुधवार शाम को सेना से फोन पर मेजर आशीष धौंचक के शहीद होने की सूचना मिली.. कुछ ही देर में बात गांव में आग की तरह फैल गई। गांव के लोग सेक्टर-7 में पहुंचे.. यहां शहीद मेजर के पिता लालचंद और मां कमला देवी रहती हैं,, परिजनों ने बताया कि मेजर आशीष तीन बहनों के इकलौते भाई थे..उन्हें चार-पांच साल की एक बेटी है। बताया जा रहा है कि शहीद मेजर आशीष की ससुराल जींद में है.. वे मार्च में अपने साले की शादी में छुट्टी पर आए थे। इस दौरान अपने घर पर भी आए थे..
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने शहीद मेजर आशीष को नमन किया.. मनोहर लाल ने कहा कि पानीपत के लाल, मेजर आशीष कश्मीर में आतंकियों के मंसूबों को ध्वस्त करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए.. उनकी इस शहादत को मैं कोटि-कोटि नमन करता हूं..राष्ट्र की रक्षा में उनके योगदान और उनके इस उच्च बलिदान को देशवासी सदैव याद रखेंगे.. इस कठिन समय में पूरा देश उनके परिवार के साथ खड़ा है..
TEAM VOICE OF PANIPAT