वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्य):- देश में निरंतर गोल्ड (Gold) की कीमतों में इजाफा देखने को मिल रहा है..सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का मुख्य कारण इजरायल और फिलिस्तीन के बीच भू-राजनीतिक तनाव है.. मध्य देशों में चल रहे तनाव ने क्रूड ऑयल और गोल्ड की कीमतों को भी प्रभावित किया है.. अब वार एरिया में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सभी देश कार्य कर रहे हैं.. दोनों देशों में चल रहे तनाव के बाद मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर गोल्ड की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है.. बीते दिन यानी 12 अक्टूबर 2023 को गोल्ड 57,883 रुपये और चांदी 69,663 रुपये पर बंद हुआ..
भारतीय बाजारो में सोने और चांदी की किमतों में उछाल की सबसे बड़ी वजह है कि भारत इन मेटल का सबसे बड़ा उत्पादक है..फेस्टिव सीजन में गोल्ड और सिल्वर खरीदना शुभ माना जाता है.. जैसे कि 15 अक्टूबर से नवरात्र शुरू हो रहे हैं, इसके बाद धनतेरस, दिवाली जैसे त्यौहार भी आएंगे.. ऐसे में इस फेस्टिव सीजन में कई लोग सोना और चांदी खरीदेंगे। इस वजह से भी इनकी कीमतों में बढ़त आना तय है..
इस कारोबारी हफ्ते में लगातार 4 दिन से गोल्ड की कीमत लगभग 1,500 रुपये बढ़ गई है.. वहीं चांदी में भी 3,900 रुपये का उछाल दर्ज किया गया है.. अब ऐसे में यह सवाल उठता है कि आखिर मध्य देशों में चल रहे तनाव ने गोल्ड-सिल्वर की कीमतों को क्यों प्रभावित क्या है?
गोल्ड-सिल्वर जैसे धातु का संबंध युद्ध से होता है.. जब विश्व ने लड़ाई जैसी परिस्थिति नहीं होती है तो निवेशक बाजार में ज्यादा निवेश करते हैं.. ऐसे में वह अच्छे रिटर्न का लाभ पा लेते हैं.. वह बाकी एसेट की तुलना में ज्यादा रिटर्न पाते हैं.. वहीं, युद्ध जैसे हालात में शेयर बाजार पर नकारात्मक असर पड़ता है। युद्ध के हालात को देखते हुए निवेशक शेयर बाजार में कम निवेश करते हैं..
वह गोल्ड-सिल्वर में निवेश करना शुरू कर देते हैं.. इन धातु को सबसे सुरक्षित माना जाता है.. अगर कभी किसी निवेशक को स्टॉक मार्केट में जोखिम का सामना करना पड़ता है तो वह गोल्ड और सिल्वर से इसकी भरपाई कर सकते हैं.. इसी वजह से सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिली है..
TEAM VOICE OF PANIPAT