वॉयस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- आज नवरात्रों का पहला दिन है और इस दिन मां शैलपुत्री की अराधना की जाती हैं। मान्यता है कि नवरात्रि में माता रानी अपने मायके आती हैं। शास्त्रों के अनुसार वर्ष में 4 बार नवरात्रि आती है- पौष, चैत्र , आषाढ और अश्विन में । परंतु इनमें सबसे अधिक मान्यता चैत्र और आश्विन माह में आने वाले नवरात्रों को दी जाती है। इस बार आश्विन माह के नवरात्र 26 सितंबर से शुरु हो गए हैं।
इस बार के नवरात्र की क्या है सबसे खास बात?
हर बार मां अलग- अलग वाहनों पर सवार हो , अपने साथ कुछ न कुछ नया लेकर आती हैं । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवरात्रि का प्रारंभ जब रविवार या सोमवार के दिन से होता है तो माता हाथी पर सवार होकर आती हैं। यदि नवरात्रि गुरुवार या शुक्रवार से शुरू हों तो माता रानी पालकी में आती है। वहीं, नवरात्रि की शुरुआत अगर मंगलवार या शनिवार से हो तो माता घोड़े पर सवार होकर आती है। मां दुर्गा के नवरात्र अगर बुधवार से शुरू हो तो माता रानी नौका पर सवार होकर आती है।
इस बार की नवरात्रि के खास होने की वजह ये है कि इस बार मां हाथी पर सवार होकर आई है, इसका अर्थ यह है कि इस बार की नवरात्रि माता के भक्तों को अन्न- धन से भरने वाली होगी । क्योंकि हाथी को अन्न-धन का प्रतीक माना गया है। इसी के साथ बरसात होने की संभावना बहुत बढ़ जाती हैं। इससे चारों ओर हरियाली छाने लगती है और प्रकृति का सौंदर्य अपने चरम पर होता है। तब फसलें भी बहुत अच्छी होती हैं। अंत: यह नवरात्रि माता के भक्तों के लिए मंगलकारी और फलदायक होगी।
TEAM VOICE OF PANIPAT