वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- मामला हरियाणा के रेवाड़ी शहर का है जहां एक कंपनी कर्मचारी को शातिर ठग ने उसकी मौसी का बेटा बनकर ठग लिया। पहले उसे फोन-पे के जरिए 1 रुपया ट्रांसफर किया और फिर लिंक भेजकर उसके खाते से 1 लाख 6300 रुपए साफ कर दिए। खाते से नकदी साफ होने के बाद कंपनी कर्मचारी को ठगी का पता चला। जिसके बाद धारूहेड़ा थाना पुलिस ने पीड़ित कर्मचारी की शिकायत पर केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
अब आपको पूरा मामला विस्तार से बताते हैं। बता दें कि जींद जिले के गांव लोधार निवासी सलिन्द्र सिंह धारूहेड़ा की एक कंपनी में काम करता है। साथ ही यहां की विशाल कॉलोनी में किराये का मकान लेकर रहता है। सलिन्द्र ने बताया कि उसके पास दो दिन पहले एक कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने पहले उसका हाल-चाल पूछा और फिर कहा कि पहचानों मैं कौन? सलिन्द्र को लगा कि उसकी मौसी का बेटा नरेश है, उसने उसी का नाम लिया।
शातिर ने भी खुद को नरेश ही बताया और फिर कुछ देर बात की। साथ ही बताया कि उसने अपने किसी दोस्त से फोन-पे के जरिए पैसे मंगवाने हैं। वह आपके खाते में पैसे डलवाना चाहता है। सलिन्द्र ने हां भर दी। उसके बाद ठग ने सलिन्द्र के नंबर पर एक रुपया भेजा। पैसे रिसीव होते ही ठग ने 2 अलग-अलग लिंक भेजे। इन लिंक पर क्लिक करते ही 4 बार में उसके खाते से 1 लाख 6300 रुपए साफ हो गए। खाते से नकदी साफ होने का मैसेज आते ही उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने तुरंत उसी नंबर पर कॉल की तो नंबर ऑफ मिला। सलिन्द्र ने इसकी शिकायत तुरंत धारूहेड़ा थाना पुलिस को दी। पुलिस ने अज्ञात शातिर ठग के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
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