वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह):- हरियाणा के MLA गोपाल कांडा के घर ED की रेड हुई है.. सुबह 6 बजे ED की टीमें उनके गुरुग्राम स्थित घर और एयरलाइंस कंपनी MDLR ऑफिस पहुंची.. जहां कड़ी सुरक्षा के बीच उनके यहां डॉक्यूमेंट खंगाले जा रहे हैं.. गोपाल कांडा हरियाणा लोकहित पार्टी के मुखिया हैं.. वे सिरसा से विधायक हैं.. हरियाणा की BJP और जजपा की गठबंधन सरकार को वे बाहर से समर्थन दे रहे हैं.. कुछ दिन पहले ही कांडा बहुचर्चित गीतिका एयरहोस्टेस सुसाइड केस से बरी हुए थे.. कांडा के करोड़पति बनने का असली सफर साइबर सिटी गुरुग्राम से वर्ष 2000 के आसपास शुरू हुआ.. उस समय राज्य में ओमप्रकाश चौटाला की अगुवाई में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) की सरकार थी.. उस समय कांडा INLD सुप्रीमो चौटाला के बेहद करीब थे.. चौटाला सरकार के दौरान ही कांडा ने सिरसा जिले में तैनात रहे एक IAS अफसर से हाथ मिलाया.. उसी समय सिरसा में तैनात रहा वह आईएएस अफसर भी गुरुग्राम में हुडा (अब HSVP) का प्रशासक लग गया। उससे दोस्ती का फायदा उठाते हुए कांडा ने गुरुग्राम में प्लाटों की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी। चौटाला सरकार में कांडा के राजनेताओं से अच्छे संबंध बन गए..
हरियाणा के पूर्व गृह राज्यमंत्री व विधायक गोपाल कांडा करोड़पति हैं.. 2019 के विधानसभा चुनाव में दाखिल एफिडेविट के मुताबिक कांडा के पास करीब 70 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है.. सिरसा में करीब ढाई एकड़ में उन्होंने अपना महल बनवा रखा है जिसके अंदर हेलिकॉप्टर उतरने तक की सुविधा उपलब्ध है.. इस महल की कीमत करोड़ों में है.. गोपाल कांडा के पिता मुरलीधर कांडा की पृष्ठभूमि RSS की थी। सामान्य परिवार में जन्म लेने वाले गोपाल कांडा ने दसवीं तक पढ़ाई की है..
कांडा की एयरलाइंस कंपनी में एयरहोस्टेस रही गीतिका ने दिल्ली के अशोक विहार में सुसाइड कर लिया.. तब हरियाणा के अलावा केंद्र में भी कांग्रेस की सरकार थी। यह विवाद इतना उछला कि कांडा को हरियाणा के गृह राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद कांडा को 18 महीने तिहाड़ जेल में काटने पड़े। हालांकि 15 दिन पहले कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया।
TEAM VOICE OF PANIPAT