वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- मामला हरियाणा के हिसार जिला का है जहां एक ही परिवार के 5 लोगों का शव संदिग्ध हालातों में मिला है। बता दें कि हिसार के अग्रोह के पर्यावरण प्रेमी के नाम से मशहूर रमेश और उसके परिवार के 4 सदस्यों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। मृतक रमेश लोगों के घरों में घुसे सांप, जहरीले जानवर, बिच्छु, जंगली छिपकलियों को पकड़कर जंगल में छोड़ता था। इस काम के लिए वह पैसे नहीं लेता था, लेकिन अब उसकी और उसके परिवार की संदिग्ध हालात में मौत ने ग्रामीणों को हिलाकर रख दिया है।
जानकारी के अनुसार अग्रोहा शहर के नंगथला गांव में 5 लोगों की संदिग्ध हालात में मौत होने की खबर सोमवार सुबह ग्रामीणों ने पुलिस को दी। परिवार के 4 लोगों के शव घर में और रमेश का शव बरवाला रोड पर मिला। बताया जा रहा है कि रमेश कुमार अग्रोहा में शादी कार्ड बनाने का काम करता था। सुबह गांव वालों ने उसका शव बरवाला रोड पर पड़ा देखा। रमेश के शरीर पर चोट के निशान थे। ऐसा प्रतीत होता है कि वह किसी व्हीकल की चपेट में आया है। जब गांव वाले इस बात की सूचना देने के लिए रमेश के घर गए तो घर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। गांववासी घर के अंदर गए तो देखा कि रमेश की पत्नी सुनीता, दो बेटियां और बेटे के शव पड़े थे। पूरे घर में खून बिखरा हुआ था और सभी के सिर पर भारी हथियार से चोट दी गई थी। गांव वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही अग्रोहा पुलिस मौके पर पहुंची। पहली नजर में पुलिस को हत्या करके आत्महत्या का मामला प्रतीत हुआ। मामले की जांच जारी है।
बता दें कि घर से मिले सुसाइड नोट में लिखा कि मैं रमेश पेंटर अपने पूरे परिवार को खत्म कर रहा हूं। यह अग्रोहा पुलिस को बता देवें। स्वजनों ने बताया कि वह सन्यासी बनना चाहता था। शादी के बाद भी उसने कई बार सन्यास लेने का प्रयास किया लेकिन घर वालों के दबाव में आकर सन्यास नहीं ले सका। परिवार के लोगों ने बताया कि उसने कई बार आत्महत्या का भी प्रयास किया। लेकिन परिवार के लोगों ने रोक लिया बीते दिनों से वह सन्यास लेने की छटपटाहट में तड़प रहा था। इसलिए उसने यह कदम उठाया और नोट में भी यह लिखा है कि उसके रास्ते में उसके बीवी बच्चे आ रहे थे और वह सन्यास लेना चाहता था। लेकिन इनको छोड़कर वह सन्यास नहीं ले सकता था। इसलिए उसने पहले इनको मारा और फिर खुद को समाप्त किया है। मौके पर डीआईजी बलवान सिंह राणा डीएसपी नारायण चंद्र फोरेंसिक टीम मुआयना कर रही है। बता दें कि रमेश पर्यावरण प्रेमी भी था। गौरया व अन्य तरह के जीवों को भी पालता था। परिवार के लोगों की मानें तो रमेश शुरू से ही धार्मिक प्रवृत्ति का था।
पुलिस को रमेश के घर से एक डायरी मिली है जिसमें उसने लिखा है कि उसका इस दुनिया में मन नहीं लग रहा है। ये दुनिया उसके रहने के लायक नहीं है, यहां पर काफी राक्षसी प्रवृति के इंसान रहते हैं। वह दुनिया को छोड़ना चाहता है लेकिन उसको डर है कि उसके जाने के बाद उसकी पत्नी व बच्चों का क्या होगा। वह उनसे बहुत प्यार करता है। घटना के बारे में भी उसने सुसाइड नोट में लिखा है कि घटना की रात को उसने खीर बनाई थी जिसमें सबको नशे की दवाई दी थी।जब रात को सब लोग नशे में सो गए तो रात को 2 बजे उसने सिर में कुदाल मारकर सोते हुए सभी की हत्या कर दी। परिवार जनों की हत्या के बाद रमेश ने बिजली का तार पकड़कर आत्महत्या की कोशिश की लेकिन करंट नहीं लगा। इसके बाद उसने आत्महत्या करने के लिए ट्रेन से कटकर जान देने के लिए लाइन की तरफ गया। मगर पुलिस मान रही है कि रास्ते में ही वह बरवाला रोड पर अज्ञात वाहन की चपेट में आ गया, या वाहन के आगे कूद गया। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है।
TEAM VOICE OF PANIPAT