वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्या):- राम मंदिर में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। इस दिन का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.. प्राण प्रतिष्ठा के लिए एक सप्ताह पूर्व से वैदिक अनुष्ठान किए जा रहे हैं.. अयोध्या समेत देशभर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी.. अगर आप प्राण प्रतिष्ठा के दिन अयोध्या नहीं जा सकते हैं, तो घर पर ही विधिपूर्वक रामलला की पूजा-अर्चना करें। चलिए हम आपको बताएंगे कि प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भगवान श्रीराम को कैसे प्रसन्न कर सकते हैं.. साथ ही किस तरह से आप भगवान राम जी की कृपा के पात्र बन सकते हैं..
प्राण प्रतिष्ठा क्या है?
ज्योतिषियों के अनुसार, घर या मंदिर में मूर्ति स्थापना के दौरान प्रतिमा में भगवान की शक्तियों को प्रकाशमान करने के लिए प्राण प्रतिष्ठा की जाती है.. कहा जाता है कि मूर्ति स्थापना के दौरान प्राण प्रतिष्ठा करना बेहद आवश्यक होता है.. प्राण प्रतिष्ठा करने के बाद भगवान की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है..
*पूजा मंत्र*
प्राण प्रतिष्ठा के दौरान विधिपूर्वक मंत्र का जाप किया जाता है। मान्यता है कि बिना मंत्र के जाप से प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया पूर्ण नहीं मानी जाती है। इसलिए प्राण प्रतिष्ठा के समय निम्न मंत्र का जाप अवश्य करें। ‘मानो जूतिर्जुषतामज्यस्य बृहस्पतिर्यज्ञमिमं, तनोत्वरितष्टं यज्ञ गुम समिम दधातु विश्वेदेवास इह मदयन्ता मोम्प्रतिष्ठ।। अस्यै प्राणा: प्रतिष्ठन्तु अस्यै प्राणा: क्षरन्तु च अस्यै, देवत्य मर्चायै माम् हेति च कश्चन।। ऊं श्रीमन्महागणाधिपतये नम: सुप्रतिष्ठितो भव, प्रसन्नो भव, वरदा भव।
TEAM VOICE OF PANIPAT