कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच सरकार ने स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं 16 जुलाई से शुरू करने का फैसला लिया है। वहीं, छठी से 8वीं तक की कक्षाएं 23 जुलाई से लगेंगी। पहली से 5वीं तक की कक्षाओं को लेकर बाद में निर्णय लिया जाएगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने सभी जिला उपायुक्तों को भी निर्देश जारी कर दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में छठी से 12वीं कक्षा तक सरकारी और निजी स्कूलों में करीब 32 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं। विद्यार्थी अपने अभिभावकों की लिखित अनुमति लेकर ही स्कूल आ सकेंगे। विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर कोई बाध्यता नहीं होगी। किसी विद्यार्थी पर स्कूल आने के लिए दबाव नहीं बनाया जाएगा। जो विद्यार्थी घर पर रहकर ही पढ़ाई जारी करना चाहते हैं, उनके लिए स्कूल प्रबंधन को ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा जारी रखनी होगी।
एक दिन में 50% बच्चे ही स्कूल बुलाए जा सकेंगे
सूत्रों के अनुसार, स्कूल में एक दिन में 50 फीसदी विद्यार्थियों को ही बुलाने की छूट दी जा सकती है। किसी भी कक्षा का सेक्शन 30 विद्यार्थियों से बड़ा नहीं होगा। स्कूलों का समय 3 घंटे का होगा। यदि कोई प्राइवेट स्कूल खोलने के लिए तैयारी में कुछ समय और लेना चाहे तो वह ले सकेगा, ताकि पूरी तैयारी के साथ ही स्कूल खोले जा सकें। सभी स्कूल विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर अपनी योजना तैयार करेंगे। स्कूल खोलने संबंधी एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसीजर) 12 जुलाई को जारी की जाएंगी।
12 को अधिकारियों को वीसी में दिए जाएंगे निर्देश
स्कूलों में कक्षाएं शुरू करने से पहले सभी टीचर्स व शिक्षा विभाग के जिला, ब्लाॅक स्तर के अफसरों की ट्रेनिंग होगी। इसके लिए 12 जुलाई को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग का आयोजन किया जाएगा। इसमें पिछले साल जारी की गई एसओपी की पालना के लिए निर्देश दिए जाएंगे। स्कूलों को सैनिटाइज किया जाएगा। तापमान कैसे नापा जाए। उसे रजिस्टर में कैसे अंकित करें। हेल्थ विभाग से संपर्क सहित कई तरह की जानकारी दी जाएगी।