वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह):- कारद गांव नजदीक स्थित फैक्टरी से घर लोट रहे कर्मचारी की लाठी डंडों से पीट-पीटकर हत्या करने की वारदात का पर्दाफास कर सीआईए टू पुलिस ने वीरवार शाम को परढाना गांव से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने पूछताछ में अपने अन्य कई साथी आरोपियों के साथ मिलकर उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। आरोपियों की पहचान परढाना निवासी कन्हैया, सोनीपत के छतैहरा गांव निवासी राधे श्याम, बुसाना गांव निवासी साहिल व नरेंद्र के रूप में हुई है।

CIA-3 प्रभारी इंस्पेक्टर फूल कुमार ने बताया कि थाना इसराना में कारद गांव निवासी रामफल पुत्र हरनारायण ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसका बड़ा बेटा अनिल 35 गांव से करीब एक किलो मीटर दूर स्थित ओमेट बिजनेश फैक्टरी में काम करता है। वह प्रतिदिन शाम को खाना खाने के लिए घर आता था। 30 अगस्त को रात करीब 8:30 बजे वह गावं निवासी जगमोहन उर्फ मोहन के साथ अपनी बाइक पर फैक्टरी से घर के लिए निकला था। कुछ दूर चलते ही चार पांच बाइक पर सवार होकर आए 8/10 लड़कों ने अनिल की बाइक को रूकवा लिया और डंडों, बिंडों व तेजधार हथियारों से अनिल पर हमला कर दिया। अनिल के सिर, गर्द, पैर, कमर व हाथों पर वार किए। चोट मारकर सभी आरोपी हथियारों सहित मौके से फरार हो गए। सूचना पाकर वह छोटे बेटे सुनील व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मौके पर पहुंचा। वहा काफी भीड़ लगी थी, अनिल घायल अवस्था में पड़ा था और उसके सिर से काफी खून बह रहा था। इलाज के लिए वह अनिल को एनसी मेडिकल कॉलेज ले गए। इसके बाद आर्टियोस हॉस्पिटल में लेकर गए। वहा डॉक्टर ने गंभीर हालत देखते हुए पीजीआई चंडीगढ रेफर कर दिया। जहां से पीजीआई रोहतक लेकर गए। जहा अनिल का इलाज चल रहा है। आरोपियों ने जगमोहन उर्फ मोहन को कोई चोट नहीं मारी। थाना इसराना में रामफल की शिकायत पर अभियोग दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों की पहचान व धरपकड़ शुरू कर दी थी। पीजीआई रोहतक में इलाज के दौरान अनिल की मोत हो गई थी। दर्ज मामले में हत्या की धारा इजाद कर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई थी।
SP भूपेंद्र सिंह आईपीएस के संज्ञान में मामला आते ही उन्होंने थाना इसराना पुलिस के अतिरिक्त सीआईए टू पुलिस टीम को आरोपियों की पहचान व धरपकड़ की जिम्मेदारी सौंपी थी। सीआईए टू पुलिस ने अपने सभी सोर्स एक्टिव कर वारदात का पर्दाफास कर वीरवार शाम को चार आरोपियों परढाना निवासी कन्हैया, सोनीपत के छतैहरा गांव निवासी राधे श्याम, बुसाना गांव निवासी साहिल व नरेंद्र को परढाना से गिरफ्तार किया। पूछताछ में चारों आरोपियों ने फरार अपने अन्य कई साथी आरोपियों के साथ मिलकर हत्या की उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा।
प्रभारी इंस्पेक्टर फूल कुमार ने बताया कि पूछताछ में आरोपी कन्हैया ने पुलिस को बताया वह और उसके गांव का संजीत इसी फैक्टरी में काम करते है। कुछ दिन पहले काम करने के दौरान उन दोनों की अनिल के साथ कहासुनी व गाली गलौच हो गई थी। इसके बाद वह दोनों अनिल से रंजिश रखने लगे और दोनों ने मिलकर अनिल की हत्या करने की साजिश रची। 30 अगस्त को साथी आरोपी संजीत ने उक्त तीनों साथी आरोपियों के अतिरिक्त अन्य कई साथियों को इक्कठा किया। संजीत ने लाठी डंडों से लैस सभी साथी आरोपियों को फैक्टरी के कारद गांव में जाने वाली सड़क पर खड़ा कर दिया। अनिल जैसे ही बाइक पर सवार होकर फैक्टरी से निकला उन दोनों ने साथी आरोपियों को फोन कर इसकी जानकारी दी। फैक्टरी से थोड़ी दूर चलते ही साथी आरोपियों ने अनिल की बाइक रूकवाकर उस पर लाठी डंडों हमला कर चोट मारी और फरार हो गए थे। इसके बाद वह भी फैक्टरी से घर चला गया था।
पुलिस ने को चारों आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया जहा से उन्हें पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपियों से गहनता से पूछताछ करने के साथ ही वारदात में प्रयुक्त लाठी डंडे बरामद करने व फरार आरोपी साजिद व अन्य साथी आरोपियों के ठीकानों का पता लगा काबू करने का प्रयास करेंगी।
TEAM VOICE OF PANIPAT