वायस आफॅ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- हरियाणा सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी के फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षाएं सितंबर महीने के आखिरी तक खत्म हो जाएगी। इसके साथ ही अक्टूबर, 2020 की समाप्ति से पहले सभी परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे। हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद द्वारा वीडिओ कांफ्रेंस में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है। इस बैठक में राज्य घोषित सभी यूनिवर्सिटी के कुलपति एवं परीक्षा नियंत्रकों ने सहभागिता की। अनुमान है कि लगभग 2 लाख से अधिक विद्यार्थियों को, जो स्नातक या स्नातोकत्तर पाठयक्रमों के अन्तिम वर्ष में है, इन परीक्षाओं मे बैठने का प्रबन्ध किया गया है। उच्च परिषद के प्रवक्ता ने पंचकूला में बताया कि केन्द्रिय शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की अनुशंसाओं को राज्य सरकार ने सहमति प्रदान की थी और उन अनुशंसाओं के अनुसार ही सभी परीक्षाओं का आयोजन हो रहा है। माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी निर्णय दिया है कि अन्तिम वर्ष की परीक्षाएं करवाना अनिवार्य है। सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने इस संकल्प को दोहराया कि कोविड- 19 के संदर्भ में केन्द्रिय सरकार एवं राज्य सरकार की ओर से जो ‘स्टेण्डर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर’ अर्थात “मानक संचालन प्रक्रिया” का अक्षरसह: पालन किया जाएगा। सभी विश्वविद्यालयों में अन्तिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए कम्पार्टमेंट और रि–अपियर की परीक्षा का भी प्रावधान है।
हरियाणा के उच्च शिक्षा के अन्तिम वर्ष के विद्यार्थियों को विशेष छूट दी गई है कि वे ऑनलाईन या ऑफलाईन किसी भी तरीके से परीक्षा दे सकते है। चर्चा के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि अधिकतर विद्यार्थी ऑफलाईन परीक्षा के पक्षधर रहे परन्तु एक बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने ऑनलाईन परीक्षा देने के विकल्प को भी चुना है। ऑनलाईन परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के द्वारा नकल रोकने या किसी ओर द्वारा परीक्षा न देने के उपाय भी सभी विश्वविद्यालयों ने सुचारू रूप से किये है। जो विद्यार्थी दूर स्थानों से आने वाले है उनको एक दिन या अधिक दिनों के लिए हॉस्टल में रहने की व्यवस्था भी की जाएगी परन्तु एक कमरे में एक ही विद्यार्थी रहे इसका ध्यान रखा जाएगा। परीक्षा केन्द्रों मे भी कम से कम दो गज की दूरी दो परीक्षार्थियों में रहेगी इसके लिए व्यवस्था की गई है कि डेट शीट इस प्रकार बने की एक समय में कम से कम विद्यार्थी ही परिसर में आये।
सभी मास्क लगायें व सेनीटाईज करें। कॉलेज के विद्यार्थी कॉलेज में ही परीक्षा दे पायेगे। लगभग सभी विश्वविद्यालयों के परिसर में चल रहे पाठयक्रमों की परीक्षा का दायित्व डीन और विमागाध्यक्ष को दिया गया है। कॉलेजों में सुचारू रूप से परीक्षा हो इसके लिए प्राचार्यों को दायित्व दिया गया है। हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के प्रवक्ता ने कहा कि मार्च, 2020 के बाद समस्त शिक्षण ऑनलाईन के माध्यम से हुआ है इसलिए हर परीक्षा में समय व विकल्पों में ढील भी दी गई है। ऑनलाईन परीक्षा के लिए अपलोडिंग और डाउनलोडिंग के लिए अतिरिक्त समय दिया गया है।
प्रधान सचिव उच्च शिक्षा अंकुर गुप्ता व महानिदेशक उच्च शिक्षा अजित बालाजीजोशी ने भी कुलपतियों से कुछ विषयों पर पूछताछ की। चर्चा में यह उभर कर आया कि परीक्षाओं के प्रश्नपत्र तीनो तरह के होंगे बहुविकल्पी प्रश्न भी होगें तथा संक्षिप्त उत्तर व व्याख्याआदि के प्रश्न भी होंगे। उत्तर-पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का भी सुचारू प्रबन्ध हर एक विश्वविद्यालय ने अपने-अपने तरीके से किया है। विशेष बात यह है कि जिन विश्वविद्यालयों ने परीक्षाएं प्रारम्भ कर दी है, उनमें से कुछ के परिणाम घोषित भी हो चुके है।
प्रो कुठियाला ने विश्वविद्यालयों द्वारा केन्द्रिय शिक्षा मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार परीक्षाओं की सुचारू व्यवस्था करने के लिए सभी कुलपतियों, कुलसचिवो और परीक्षा नियंत्रको की सराहना की और सुचारू रूप से परीक्षाएं होने व शीघ्र अति शीघ्र रिजल्ट निकालने के लिए शुभाकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस संकट के समय विश्वविद्यालयों के प्रशासन की टोलियों ने अत्यन्त सराहनीय काम किया है।
परिषद के प्रवक्ता ने यह भी बताया कि पिछले वर्ष के विद्यार्थियों की कक्षाओं का ऑनलाईन कार्य तीव्र गति से चल रहा है। सितम्बर मास में परीक्षाओं के साथ-साथ नए एडमिशन भी हो जाएगें और अक्तूबर से परिस्थितियों के अनुसार जितना सम्भव हो सकेगा उतनी सामान्य पढ़ाई प्रारम्भ हो जाएगी। यह भी बताया गया कि जो विद्यार्थी वास्तविक कारणों के कारण परीक्षा नही दे सकेगें उन्हे परीक्षा का एक मौका ओर दिया जाएगा।
TEAM VOICE OF PANIPAT