वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- पंजाब के किसानों का आज आठवां दिन है.. किसान कल सुबह 11 बजे यहां से दिल्ली कूच करेंगे.. इससे पहले सोमवार रात किसानों ने केद्र के 5 फसलों (कपास, मक्का, मसूर, अरहर और उड़द) पर MSP देने का प्रस्ताव खारिज कर दिया.. किसान नेताओं जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि हमने किसानों और एक्सपर्ट से बात की है.. ये हमारे हित में नहीं.. हमारी MSP पर गारंटी कानून की मांग पूरी हो। MSP देने के लिए 1.75 लाख करोड़ की जरूरत नहीं है.. केंद्र सभी फसलों पर MSP की गारंटी दे तो आंदोलन खत्म करने को तैयार हैं। मंगलवार को हम मीटिंग करके रणनीति बनाएंगे और परसों 21 फरवरी बुधवार को दिल्ली कूच करेंगे। बार-बार बातचीत नहीं करेंगे। अब सब कुछ केंद्र के हाथ में है। केंद्र फैसला ले। केंद्र का प्रपोजल किसानों के हित में नहीं है। वहीं हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट पर पाबंदी का फैसला 20 फरवरी की रात 12 बजे तक बढ़ा दिया गया है..
4 फसलों से देशभर के किसानों का सावधान नहीं हो सकता है.. यह पंजाब आधारित प्रस्ताव है.. ये चारों फसलें अभी भी लगभग एमएसपी या अधिक भाव में बिक रही हैं. मुद्दा यह है कि जो फसलें एमएसपी से नीचे बिक रही हैं, उन्हें एमएसपी पर खरीदा जाए.. इसलिए इस पर फिर से विचार की जरूरत है.. क्रिसिल ने 16 प्रमुख फसलों पर रिपोर्ट जारी की है.. इसके अनुसार, इन फसलों को सरकार एमएसपी पर खरीदे तो जो अंतर बनता है, वो 21 हजार करोड़ का है, जिसे सरकार वहन कर सकती है.. एमएसपी पर अभी कुछ ही राज्यों में खरीद की जाती है। इनमें यूपी, हरियाणा, पंजाब, तेलंगाना, मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ शामिल हैं.. एमएसपी के कानून से देशभर के किसानों को फायदा होगा..
TEAM VOICE OF PANIPAT