वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्या):- सनातम धर्म में धनतेरस पर्व का बेहद ही धार्मिक महत्व है.. जिसे पूरे देश में बड़े उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है.. यह दिन धन और सौभाग्य का प्रतीक है.. इस शुभ दिन पर नई चिजें खरीदने का रिवाज है.. यह त्योहार देवी लक्ष्मी,कुबेर जी, भगवान गणेश और धन्वंतारि जी की पूजा के लिए सम्पित है यह साल के सबसे बहुप्रतीक्षित त्योहारों में से एक है.. और यह दिवाली त्योहार का पहला दिन है। इस खास मौके पर लोग अपने घरों को फूलों, लाइटों से सजाते हैं.. इस 5 दिवसीय त्योहार का समापन भाई दूज पर होगा.. इन पांच दिनों को पूरे देश में बेहद खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है..
*धनतेरस पर इन बातों का रखें विषेश ध्यान*
- लोगो को सलाह दी जाती है की वह सबसे पहले घर की सफाई करें, खासकर अपने मंदिर की…
- घर में सबसे पहले बैकार वस्तुओं को बाहर निकाल देना चाहिए…
- इस शुभ दिन पर झाड़ू खरीदने की सलाह दी जाती है, क्योंकि झाड़ू को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है…
- धनतेरस के दिन लोगों को गाय की पूजा करनी चाहिए और उन्हें रोटी या हरा चारा खिलाना चाहिए…
- इस शुभ दिन पर जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए, इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं…
- इस दिन मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करना चाहिए…
- इस शुभ दिन पर भूलकर भी नुकीली वस्तुएं न खरीदें…
- इस दिन घरेलू चीजें बेचने से बचें…
- दान करते समय चावल न दें…
- इस शुभ दिन पर भोजन बनाते समय प्याज, लहसुन, अंडा और मांस का प्रयोग करने से बचें…
- धनतेरस के दिन किसी को पैसे न दें…
- इस दिन शराब का सेवन और जुआ खेलने से बचें…
- इस दिन घर के हर कोने में अच्छी रोशनी होनी चाहिए और घर में कहीं भी अंधेरा नहीं होना चाहिए…
- धनतेरस के दिन काले रंग के कपड़े और वस्तुएं खरीदने से बचें…
TEAM VOICE OF PANIPAT