वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्या):- वायु प्रदूषण केवल हमारे वातावरण के लिए ही नहीं बल्कि हमारी सेहत के लिए भी काफी हानिकारक होता है.. इससे सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे और बूढ़े होते हैं.. हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से फेफड़ों से जुड़ी कई बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है.. आपके फेफड़ों के साथ-साथ दिल पर भी इसका बेहद नकारात्मक प्रभाव पड़ता है..वायु प्रदूषण की वजह से दिल की बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है.. बढ़ते हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के मामलों को देखते हुए सावधानी बरतना और जरूरी हो जाता है.. आइए जानते हैं, अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए..
इंडोर प्लांट्स लगाएं:- अपने घर के अंदर स्नेक प्लांट, मनी प्लांट जैसे कुछ पौधे लगा सकते हैं, जिससे आपके घर के अंदर की हवा शुद्ध होगी.. इसके लिए आप वर्टिकल गार्डनिंग तकनीक का इस्तेमाल कर सकते हैं.. इससे आप कम जगह में ज्यादा पौधे लगा पाएंगे..
स्मोकिंग न करें:- स्मोक करना आपके फेफड़ों के लिए श्राप से कम नहीं होता.. इससे लंग्स कैंसर होने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है.. स्मोकिंग से लंग्स की हवा फिल्टर करने की क्षमता पर भी असर पड़ता है, जो बढ़ते प्रदूषण में और खतरनाक साबित हो सकता है..सेकेंड हैंड स्मोक यानी किसी और द्वारा छोड़े गए सिग्रेट के धुएं से भी बचें। यह भी लंग्स के लिए स्मोकिंग जितना ही हानिकारक होता है..
एक्सरसाइज करें :- एक्सरसाइज करने से आपके लंग्स मजबूत होते हैं.. इसमें योग और प्राणायाम काफी मदद कर सकते हैं.. यह आपके लंग्स की क्षमता को बढ़ाते हैं और लंग्स में होने वाली बीमारियों के खतरे को भी कम करते हैं..
बेवजह बाहर न जाएं:- प्रदूषण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए कोशिश करें कि जरूरत न हो, तो घर से बाहर न निकलें.. मास्क पहनने से भी एक हद तक की ही सुरक्षा मिल सकती है.. इसलिए कोशिश करें कि बाहर कम से कम निकलें..
एयर प्यूरीफायर:- अपने घर में एयर प्यूरीफायर लगाएं.. यह हवा में मौजूद प्रदूषण को फिल्टर कर आपको साफ हवा देता है.. यह बच्चों, प्रेग्नेंट महिलाओं, बूढ़ों और मरीजों के लिए काफी लाभदायक हो सकता है.. साथ ही वेंटिलेशन का भी ध्यान रखें.. कोशिश करें कि उन समय में जब प्रदूषण कम होता है, तब खिड़की दरवाजे खोलकर ताजी हवा आने दें..
TEAM VOICE OF PANIPAT