वायस ऑफ पानीपत (ब्यूरो):- जम्मू कश्मीर के लेह- लद्दाख में शनिवार को शहीद हुए नूंह जिले के संगेल निवासी तेजपाल सिंह के पार्थिव शरीर का कुछ देर बार हरियाणा के नूंह में अंतिम संस्कार होगा.. तिरंगा में लिपटा शहीद का शव गांव पहुंचा तो वहां मौजूद महिलाओं पुरुषों ने पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया.. अब पार्थिव देह को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया है.. शहीद तेज पाल के पिता जयवीर सिंह व उनका 6 साल का बेटा हितेश श्रद्धांजलि देने पहुंचे हैं..
इससे पहले नूंह अनाज मंडी से बड़ी संख्या में युवा हाथों में तिरंगा लेकर उनको बाइकों-गाड़ियों के काफिले के साथ पैतृक गांव संगेल लेकर पहुंचे.. शहीद का शव घर पहुंचा तो वहां मौजूद लोगों ने पुष्प वर्षा से स्वागत किया.. युवाओं ने शहीद हुए तेजपाल सिंह के लिए अमर रहे के नारे लगाए.. सैनिक सम्मान के साथ उनका गांव में संस्कार किया जाएगा। गांव में भी शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए भारी संख्या में लोग जुटे हैं..
शहीद तेजपाल सिंह 33 वर्ष के थे। वे अपने पीछे भरे पूरे परिवार को छोड़ गए हैं.. उनके दो बेटों में से एक 6 वर्ष (UKG क्लास) और दूसरा 3 वर्ष का है। शहीद तेजपाल के दो भाई और एक बहन हैं। तीनों की शादी हो चुकी है.. एक भाई प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है तथा दूसरा किसान है.. शहीद तेजपाल के पिताजी जयवीर सिंह भी किसान हैं और उनके पास लगभग 6-7 एकड़ कृषि योग्य जमीन है..
परिजनों ने बताया कि शहीद तेजपाल एक महीने पहले ही छुट्टी काट कर ड्यूटी पर गया था.. उसकी शादी 7 साल पहले हुई थी। उनकी पत्नी मीनू 16 अगस्त को दोनों बच्चों को लेकर लेह लद्दाख घूमने के लिए ट्रेन से गई हैं.. हादसे के बाद अन्य जवानों ने पत्नी को कुछ नहीं बताया और कोई बहाना बताकर संगेल गांव के लिए भेज दिया..
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