वायस ऑफ पानीपत( कुलवन्त सिंह ) :- हरियाणा के जींद में बुलेट बाइक के चालान को लेकर चौटाला परिवार के खासमखास रहे एक पुलिस ASI की सिविल लाइन थाना प्रभारी के साथ हाथापाई और धक्का मुक्की हो गई। इस दौरान ASI ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की धौंस दिखाई और थानेदार को तबादले की धमकी तक दे डाली। हालांकि ड्यूटी कर रहे थाना प्रभारी और अन्य पुलिस कर्मी उसकी सुनने को तैयार नहीं हुए। थाने में काफी देर तक हंगामा चलता रहा।
मामले के अनुसार जींद शहर में थाना सिविल लाइन स्टाफ ने उन बुलेट बाइक चालकों, मालिकों के खिलाफ मोर्चा खोला था, जिन्होंने अपनी बाइक को मॉडिफाई करा उनके साइलेंसर बदल कर पटाखे वाले लगवा लिए। पुलिस ने अभियान के दोरान ऐसी 11 बाइकों को इम्पाउंड किया, जिनके साइलेंसर पटाखे वाले मिले।
पुलिस द्वारा इम्पाउंड की गई एक बाइक को छुड़वाने के लिए बिट्टू नामक ASI ने थाने में पहुंचकर धौंस दिखाई। वह मॉडिफाई बुलेट को छुड़वाने के लिए सिफारिश करने जीन्द के सिविल लाइन पुलिस थाने पहुंचा था। SHO रविंद्र कुमार ने बाइक का चालान काटने की बात कही तो वह भड़क गया। उसकी एसएचओ और पुलिस कर्मियों के साथ कहासुनी और धक्का मुक्की भी हुई। जिस पर थाना प्रभारी ने उसकी एक न सुनी और चालान थमा दिया।
थाना प्रभारी और ASI में हुई धक्का मुक्की और हाथापाई का वहां खड़े युवकों ने वीडियो भी बनाया, जो कि शाम तक सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बता दें कि जिस ASI बिट्टू के साथ थाना प्रभारी की धक्का मुक्की हुई है, वह चौटाला परिवार का खासमखास रहा है। परिवार की सिक्योरिटी में भी ये तैनात रहे हैं। चौटाला सत्ता में रहे हों या नहीं, लेकिन बिट्टू का परिवार हमेशा उनके साथ खड़ा रहा है। अब एक छोटी से चालान को लेकर जिस तरह धक्का मुक्की और हाथा पाई हुई है, वह पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गई है। ASI ने भी सरेआम SHO को खुड्डे लाइन कराने की धमकी दी है।
बुलेट द्वारा पटाखे छोड़ने की बढ़ती घटनाओं और शिकायतों को देखते हुए जींद पुलिस ने शुक्रवार से इनकी धरपकड़ का अभियान शुरू किया। पहले दिन 11 बाइकों को इम्पाउंड किया गया। इनके कागजातों में कमियों के आधार पर 25 से 35 हजार रुपए तक के चालान काटे गए हैं। थाना प्रभारी रविंद्र ने कहा कि पुलिस को लगातार शिकायत मिल रही थी कि बुलेट बाइकर्स साइलेंसरों के साथ छेडछाड़ कर सडकों, कोचिंग सेंटर व स्कूलों के सामने पटाखे छोड रहे हैं।
पुलिस द्वारा पकडे गए बुलेट बाइकों को थाने में लाए जाने के बाद मैकेनिक को बुलाया गया और फिर हथौडे की सहायता से पटाखे वाले साइलेंसरों को डैमेज कर दिया गया। जिन लोगों ने जुर्माना राशि का ऑन लाइन भुगतान कर दिया, उन्हें पटाखे वाले डैमेज किए गए साइलैंसर को थाने में ही हटवाकर कंपनी द्वारा आथोराइज किए गए साइलेंसरों को लगवाकर बाहर निकलने दिया गया।
TEAM VOICE OF PANIPAT