वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- हरियाणा के राजकीय स्कूलो में मूलभूत सुविधाओं को बेहतर करने के साथ-साथ अब विद्यार्थियो का 21वीं सदी के डिजिटल दौर में स्मार्ट कक्षाओं के माध्यम से राजकीय स्कूलों में पढ़ाने का तरीका बदलने जा रहा है। राजकीय स्कूलों के विद्यार्थी भी स्मार्ट कक्षाओं में पढ़ेंगे। सभी राजकीय प्राइमरी, माध्यमिक, उच्च व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में आने वाले दिनों में स्मार्ट डिजिटल बोर्ड लगाए जाएंगे। जिसमें से पहले चरण में जिले के 47 राजकीय माडल संस्कृति माध्यमिक स्कूलों में बोर्ड लगाए जा रहे हैं। कक्षा में डिजिटल बोर्ड को देख कर छोटे-छोटे बच्चे न केवल हैरान हैं बल्कि रोमांचित भी हैं। क्योंकि कुछ दिन में ही ब्लैक बोर्ड का स्वरूप जो बदल गया है। वहीं गुरु जी को भी ब्लैक बोर्ड पर लिखने के लिए डस्टर व चाक से मुक्ति मिल गई है।
समग्र शिक्षा विभाग ने जिले के 47 राजकीय स्कूलों में डिजिटल बोर्ड भेजे हैं। डिजिटल बोर्ड पर टच स्क्रीन के जरिये अध्यापकगण विद्यार्थियों को रचनात्मक व रोचक तरीके से पढाएंगे। डिजिटल बोर्ड के लिए अध्यापकों को एक पेन ड्राइव मिलेगी जिसमें विद्यार्थियों का कक्षा अनुसार पाठयक्रम होगा। अब अध्यापक विज्ञान व गणित के जटिल प्रश्नों को आसानी से वीडियो के माध्यम से समझा सकेगें।
अध्यापक रचनात्मक तरीके से वीडियो लेक्चर भी तैयार कर विद्यार्थियो का ज्ञान वर्धन कर सकेंगे। डिजिटल बोर्ड अध्यापक व विद्यार्थियों के लिए काफी फायदेमंद होगा। क्योकि डिजिटल बोर्ड के इंटरनेट से जुड़े होने के कारण शिक्षा साम्रगी व लेक्चर संबधित जानकारी आनलाइन भी उपलब्ध रहेगी तो वहीं स्मार्ट तरीके से पढ़ाई होने से विद्यार्थियों की पढ़ने में रूचि बनेगी। बोर्ड के साथ एक वेबकैम भी है ताकि जरूरत पड़ने पर विद्यार्थी आनलाइन भी जुड़ सकें।
राजकीय माडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल माडल टाउन के इंचार्ज राजेश कोतरा का कहना है कि जब से स्कूल में डिजिटल बोर्ड आया है तब से पढ़ाई का तरीका ही बदल गया है। इस पर लिखने के लिए चाक की जरूरत नहीं है। बोर्ड पर अंगूली या फिर साथ आए पेन से भी लिखा जा सकता है। जो बच्चे पहले बोर्ड की तरफ देखने से भी कतराते थे वह अब बोर्ड पर नजरें गड़ाए बैठे रहते हैं। इसका न केवल विद्यार्थियों को बल्कि अध्यापकों को भी फायदा है।
TEAM VOICE OF PANIPAT