वॉयस ऑफ पानीपत(कुलवन्त सिंह)- प्रयागराज के यमुनापार के नैनी क्षेत्र मेें इन दिनों कच्ची शराब का धंधा छोड़े हुए लोग ज्यादा कमाई के लिए स्मैक के धंधे में लग गए है। इसमें महिलाओं की भी संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। पुलिस दबाव के चलते कभी इक्का दुक्का कार्रवाई कर अपनी पीठ स्वयं थपथपा लेती है। गंगा और यमुना नदी की कछारी इलाके अरैल, मवैया, लवायन कला, चाड़ी, चटकहना, महेवा, बसवार आदि गांवों पिछले कई दशकों से कच्ची शराब बनाने का धंधा चल रहा है। सैकड़ों परिवार इस धंधे में लगा रहा। कड़ी मेहनत, कम कमाई और रोज-रोज दबिश पड़ने से परेशान धंधेबाज कम मेहनत में अधिक कमाई की लालच में अब स्मैक के धंधे से जुड़ते जा रहे है।

पिछले दिनों नैनी थाना क्षेत्र के पुलिस ने दबिश देकर मानस नगर से दो महिलाओं समेत कई लोगों को हजारों रुपये के स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था। बताते हैं कि एक ग्राम स्मैक बेचने पर उन्हें 100-150 रुपये आसानी से मिल जाते हैं। युवा वर्ग इस नशे का आदि होता जा रहा है, जिसका फायदा धंधेबाजों को खूब हो रहा। घर बैठे ही बिना मेहनत के ग्राहक उन्हें आसानी से मिल जाते है। दिन भर में चार ग्राहक मिल जाने पर उनका एक दिन का काम हो जाता है। ऐसा नहीं कि पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है। पुलिस के पास उनकी पूरी सूची है, इसके बावजूद वे मुकदर्शक बने रहते हैं।
इसका अक्सर स्थानीय लोग विरोध करते हैं, लेकिन उन्हें उल्टा पुलिस के कोपभजन का शिकार होना पड़ता है। डर के मारे लोग खामोश हो जाते है। पिछले दिनों ग्राम प्रधान शिव शंकर दीक्षित समेत मानस नगर के लोगों ने खुलकर धंधे का विरोध किया था। परिणामस्वरूप इलाकाई पुलिस उनसे ही नाराज हो गई थी। अधिकारियों के दबाव दो महिला समेत कई लोगों को पकड़ा गया था। इसके बाद फिर धंधा तेजी से चल रहा है। प्रतापगढ़ जनपद में अंतू थाना की पुलिस ने गौराडांण निवासी विनोद सिंह को गिरफ्तार करके दो किलो गांजा बरामद किया है। पुलिस आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
TEAM VOICE OF PANIPAT