वायस आफॅ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- लगातार हो रही बारिश का असर अब जमीन पर भी दिखाई दे रहा है। पिछले तीन दिनों में यमुना नदी में करीब 10 हजार क्यूसिक पानी हो गया है। सिंचाई विभाग की टीम ने यमुना का दौरा किया। यमुना के किनारे बसे हरियाणा के आखिरी गांव टौकी को भी अलर्ट कर दिया है। सभी पटवारियों की ड्यूटी यमुना सीमा के गांवों पर निगरानी रखने के आदेश दिए गए हैं। जिससे बाढ़ आने पर समय रहते राहत व बचाव कार्य शुरू किया जा सके।यमुना का कटाव इस बार हरियाणा की जमीन में ज्यादा होगा। यमुना की धार का मोड़ भी हरियाणा की तरफ बढ़ रहा है। नदी में पानी का प्रवाह बढ़ता जा रहा है। किसानों को भी नदी के पार खेतों में जाने से रोका गया है।
डीसी श्यामलाल पूनिया ने यमुना की आहट को देखते हुए सभी विभागों को अलर्ट कर दी है। सिंचाई विभाग के एक्सईन अश्वनी फोगाट की टीम यमुना नदी का दौरा कर रही है। नायब तहसीलदार वेदपाल भी हरियाणा के आखिरी गांव टौकी को अलर्ट कर चुके हैं। टौकी गांव का एक हिस्सा यमुना नदी के बंधे के अंदर है। जिस प्रकार से यमुना का पानी का जलस्तर बढ़ रहा है। उससे प्रशासन को आशंका है कि रात के समय और तेजी से पानी बढ़ सकता है। जिससे बाढ़ के हालात पैदा हो जाएंगे। टौकी गांव के लोगों को किसी भी समय बांध से बाहर डेरा डालने को कहा जा सकता है। सभी पटवारियों को भी यमुना में बढ़ते जलस्तर की रिपोर्ट देने को बोला गया है। प्रशासन की तरफ से राहत व बचाव कार्य के लिए मनौली टौकी, झुंडपुर, गढ़मिकरपुर व बड़ौली में गश्त शुरू कर दी है। किसानों को भी नदी पार कर खेतों में जाने से रोका गया है।
TEAM VOICE OF PANIPAT