वायस ऑफ पानीपत (देेवेंद्र शर्मा)
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिला उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों का कंटेनमेंट प्लान तैयार करने के साथ-साथ विभिन्न विभागों के अधिकारियों की कमेटियां गठित कर इसे जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करने के निर्देश दिए हैं. एहतियात के तौर पर सभी जिलों का मॉडल जिला कंटेनमेंट प्लान तैयार करवाया गया है. जिन गांवों, मोहल्लों और क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित (Coronavirus) पॉजिटिव केसों की पुष्टि हुई है..वहां कंटनमेंट जोन घोषित किया गया है जबकि उसके आस-पास के गांवों व क्षेत्रों को प्रतिबन्धित क्षेत्र (बफर जोन) घोषित किया गया है. इसका मुख्य उद्देश्य इस महामारी के फैलाव को रोकना, लोगों को सचेत करना है ताकि संक्रमण पर नियंत्रण रखा जा सके.
इन क्षेत्रों में किसी भी व्यक्ति के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा तथा आशा वर्कर्स व एएनएम की टीमें इन क्षेत्रों में डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग-स्कैनिंग करेंगी और पूरे क्षेत्र को सैनिटाइज किया जाएगा. इस कार्य में लगाए जाने वाले स्टाफ को जरूरी उपकरणों के साथ फेस मास्क, दस्तानें, टॉपी, सैनिटाईजर व जूते उपलब्ध करवाए गए हैं. कंटेनमेंट जोन और बफर जोन में लोगों की राशन, दूध, करियाना, दवाईयां और सब्जी जैसी आवश्यक जरूरतें पूरी करवाई जाएंगी. इस काम के लिए पर्याप्त स्टाफ लगाया जाएगा.
फरीदाबाद जिले में 13 क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है. इनमें सेक्टर 11, सैक्टर 37, सैक्टर 28, बडख़ल गांव, ग्रीन फील्ड कॉलोनी, एसी नगर, फतेहपुर टागा, खोरी, सैक्टर-16, सैक्टर 3, चांदपुर औरा, मोहना तथा रनहेड़ा गांव शामिल हैं.
नूंह जिले के 36 गांवों को कंटेनमेंट जोन तथा 104 गांवों को बफर जोन घोषित किया गया है ताकि लोगों की जांच की जा सकें और इस कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोका जा सकें. जिले के 36 गांव जो कंटेमेन्ट जोन में है उनमें बिसरू, खानपुर घाटी, उमरा, देवला, भोंड, अखनका, सिधरावट, अगोन, कमेड़ा, नई, मलाब, दिहाना, महू चोपड़ा, चितोदाडा, रानियाला, मदापुर, पुन्हाना, रहीड़ा, रायपुर, रंगड़ बास, निजामपुर तावडू़, ढिढारा, सेवका, सिकारपुर, नूंह, उंटाका, मुरादबास, बाई, चारोरा, रिटठ, शाहपुर, पिनगवां, पापड़ी, गंगवानी, अकबरपुर और घासेड़ा शामिल हैं. इसी प्रकार 104 गांव जो बफर जोन में है.
जिला पलवल में 15 गांवों को कंटेनमेंट जोन तथा साथ लगते 36 गांवों को बफर जोन घोषित कर सीमाएं सील कर दी गई हैं ताकि अन्य जिलावासी इस महामारी की चपेट में न आएं. जिले के गांव छांयसा, मठेपुर, दूरैंची, महलूका, हुचपुरी कला, कोट, घुडावाली, लखनाका, बाबूपुर हथीन, जलालपुर, गुराकसर, आलीमेव, पहाड़पुर, उटावड और रूपडाका को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है. इसी तरह, कंटेनमेंट जोन के साथ लगते 36 गांवों को बफर जोन घोषित किया गया है.
गुरुग्राम के सेक्टर-9 को महामारी केन्द्र मानते हुए इसके पूर्व में रेलवे लाईन एरिया, पश्चिम में सामुदायिक केन्द्र सैक्टर-10, उत्तर में बसई गांव और दक्षिण में सैक्टर चार व सात को कन्टेनमेंट जोन तथा धनवापुर, बसई चौक, पटौदी चौक और सैक्टर-4 व 7 की बफर जोन के लिए मैपिंग की गई है. गुरुग्राम के सैक्टर-54/निरवाना कंट्री एरिया को महामारी केन्द्र मानते हुए निरवाना पार्ट-2, साऊथ सिटी-2, मेफिल्ड गार्डन और रोजबुड सिटी की कन्टेनमेंट जोन तथा बफर जोन की मैपिंग के लिए की गई है, जबकि पालम विहार एरिया को महामारी केन्द्र मानते हुए गंगा विहार, चंदन नगर, चैमा गांव और सैक्टर-23 की मैपिंग भी कन्टेनमेंट जोन तथा बफर जोन के लिए की गई है.
ये इलाके भी कंटेनमेंट और बफर जोन में
गुरुग्राम के एम्मार पाल्म गार्डन, सैक्टर-83 को महामारी केन्द्र मानते हुए वाटिका, रामपुरा गांव, भांगरोला गांव और कासन गांव की मैपिंग कन्टेनमेंट जोन तथा बफर जोन के लिए की गई है। इसी प्रकार, लेबरमम (यूपीएचसी चंद्रलोक) को महामारी केन्द्र मानते हुए डीएलएफ-5, सैक्टर-43, इफको चौक और हरिजन बस्ती की भी मैपिंग कन्टेनमेंट जोन तथा बफर जोन के लिए की गई है. गुरुग्राम के सैक्टर-39 (यपीएचसी वजीराबाद) को महामारी केन्द्र मानते हुए समसपुर, जयवायु विहार, वजीराबाद और आरडी सिटी की भी मैपिंग कन्टेनमेंट जोन तथा बफर जोन के लिए की गई है
TEAM VOICE OF PANIPAT