वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- आज से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 का आगाज होगा। सरस व क्राफ्ट मेले के साथ महोत्सव की शुरुआत होगी। बुधवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र स्थित महोत्सव स्थल पर इसकी घोषणा की। महोत्सव के मुख्य आयोजन 9 से 14 दिसंबर को होंगे। इसको लेकर प्रशासन और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। महोत्सव का थीम आजादी का अमृत महोत्सव होगा। डीसी मुकुल कुमार ने बताया कि महोत्सव के अंतर्गत 14 दिसंबर को होने वाला दीपोत्सव यादगार क्षण होगा। इस दिन धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर संस्थाओं के सहयोग से ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर व ज्योतिसर तीर्थ पर पांच लाख दीये लगाए जाएंगे।
दो दिसंबर को शिल्प और सरस मेला लगाया जाएगा। इस बार कोरोना को देखते हुए इस बार 350 स्टाल लगाए जाएंगे। इससे पहले इनकी संख्या 700 से आठ 800 रहती थी। शिल्प और सरस मेला 19 दिसंबर तक चलेगा। इसमें देश के करीब 15 प्रदेशों के अलावा कई दूसरे देशों के शिल्पकार जुड़ेंगे। इसके साथ छोटे स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और सांध्यकालीन आरती की जाएगी। गीता जन्मस्थली ज्योतिसर में श्रीमद्भगवतगीता का संपूर्ण पाठ प्रात:10 बजे होगा। वहीं ब्रह्मसरोवर स्थित पुरुषोत्तमपुरा बाग में गीता यज्ञ व गीता पूजन 11:15 बजे होगा। श्रीमद्भगवतगीता सदन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय गीता संगोष्ठी का उद्घाटन मध्याह्न 12:00 बजे। गीता जन्मस्थली-ज्योतिसर में श्रीमद्भगवदगीता का संपूर्ण पाठ सुबह 10 बजे। सीनेट हाल-कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय गीता संगोष्ठी प्रात: 10 बजे।
10 दिसंबर- सभी जिलों के विद्यार्थियों के लिए आनलाइन गीता श्लोकोच्चारण व चित्रकला प्रतियोगिता।
13 दिसंबर- आनलाइन गीता सदन का उद्घाटन सत्र।
14 दिसंबर- 55 हजार विद्यार्थी आनलाइन वैश्विक गीता पाठ प्रात: 11 बजे।
14 दिसंबर- 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि के 75 तीर्थों पर दीपोत्सव इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 9 से 14 दिसंबर 2021 तक होंगे। अहम पहलू यह है कि इस वर्ष महोत्सव में दीपोत्सव, संत सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार, गीता मैराथन, 48 कोस तीर्थों की प्रदर्शनी, विश्व गुरु भारत, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की विभिन्न विभागों की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी और आजादी के अमृत महोत्सव की प्रदर्शनी के साथ-साथ आनलाइन प्रतियोगिताएं मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेंगी।
TEAM VOICE OF PANIPAT